कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने और बुजुर्गो की सुरक्षा के लिए पुलिस एक खास योजना शुरू करने जा रही है। ‘नमस्ते लखनऊ ‘ अभियान के तहत अब सुबह-शाम पार्को में टहलने वालों को पुलिस नमस्ते करेगी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने ‘नमस्ते लखनऊ ‘ नाम से यह नई पहल शुरू की है। यह अभियान एक मार्च से रोजाना सुबह और शाम 5.30 से सात बजे तक चलेगा। इसके लिए अतिरिक्त मोबाइल व पीआरवी गाड़ी लगाई जाएंगी। सभी गाड़ियों पर ‘नमस्ते लखनऊ ‘ अंकित होगा। इन गाड़ियों पर एक दारोगा व दो महिला सिपाहियों समेत पांच पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। वह ‘नमस्ते लखनऊ ‘ बोलकर लोगों से सीधा संवाद करेंगे। उनकी समस्याएं पूछेंगे और समाधान भी कराएंगे।
पुलिस कमिश्नर पांडेय ने बताया कि इस अभियान में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे लोगों से अच्छा व्यवहार करें।
पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी लोगों से उनका संक्षिप्त विवरण, मोबाइल नंबर व अन्य जानकारी लेंगे। अपने नंबर भी उन्हें देंगे, जिससे लोग जरूरत पर उनसे संपर्क कर सकें। मंगलवार से तीन दिन इन पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। 28 व 29 फरवरी को उच्चाधिकारी ट्रेनिंग का परीक्षण करेंगे।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अभी भी कुछ लोग थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराने से डरते हैं। पुलिस को सूचनाएं देने से घबराते हैं। उनका डर दूर करने के लिए पुलिसकर्मी उनके साथ संवाद स्थापित करेंगे। इससे पुलिस का उनपर विश्वास बढ़ेगा।