लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और स्थानीयी पुलिस ने पैसा लेकर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास कराने वाले गिरोह के दो सरगनाओं समेत कुल 17 लोगों आज प्रयागराज, गाजीपुर और जौनपुर जिले से गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजीव नारायण ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सूचना मिली कि गाजीपुर के सदर कोतवाली इलाके में स्थित बुद्धम शरणम् इण्टर कॉलेज, छावनी लाईन के प्रधानाचार्य पारस सिंह कुशवाहा ने अवैध वसूली करके प्रश्न पत्रों को साल्वरों के माध्यम से हल कराकर कुछ अभ्यर्थियों को टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कराये जाने का जिम्मा लिया है। इस सूचना पर एसटीएफ की वाराणसी इकाई के निरीक्षक पुनीत परिहार के नेतृत्व में एक टीम गठित कर कारर्वाई प्रारम्भ की गयी। उन्होंने बताया कि सूत्रों से पता चला कि उक्त प्रधानाचार्य पारस सिंह कुशवाहा अपने रिश्तेदारों चन्द्रपाल सिंह कुशवाहा, चन्द्रहास सिंह कुशवाहा, अजीत कुशवाहा एवं विद्यालय लिपिक सियाराम सिंह यादव के साथ मिलकर प्रश्न पत्रों को साल्व कर अभ्यर्थियों को देने का प्रयास कर रहे है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा त्वरित कारर्वाई करते हुये बताये गये परीक्षा केन्द्र पर पहुंच कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से टीईटी के पास से प्रश्न पत्र की 25 छायाप्रतियों के अलावा छह मोबाइल फोन , 4980 रुपये बरामद किए।
मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि उनका का एक संगठित गिरोह है, जिसका सरगना विद्यालय का प्रधानाचार्य पारस सिंह कुशवाहा है। जो अपने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से परीक्षा केन्द्र अपने यहॉं आवंटित कराता है तथा अभ्यर्थियों से अवैध वसूली कर साल्वरों के माध्यम से प्रश्न पत्रों को साल्व कराकर उनको उपलब्ध कराता है। पूछताछ पर यह भी पता चला कि आज होने वाली टीईटी परीक्षा में लगभग 50 अभ्यर्थियों से डेढ़- लाख रूपये लेकर उन्हें साल्व उत्तर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ली गयी थी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को गाजीपुर सदर कोतवाली में दाखिल करा दिया है। आगे की कारर्वाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
मिश्र ने बताया कि इसके अलावा प्रयागराज के धूमनगंज इलाके से दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते समय कौशाम्बी निवासी धर्मराज भारतीय को गिरफ्तार कर लिया जबकि सिविल लाइन क्षेत्र से टीईटी की परीक्षा में पेपर आउट कराने वाले हाईटेक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मुख्य सरगना समेत कालेज प्रबन्धक, दलाल, साल्वर और मोबाइल सिम डीलर समेत साथ आरोपियों को प्रयागराज के सिविल लाइन क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य सरगना संजय उफर् उमेश उर्फ राकेश सिंह उफर् गुरू जी के अलावा स्कूल प्रबंधक चन्द्रमा सिंह यादव‘‘पंचमलाल आश्रम उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय”, अमित यादव उफर् बाबू कुमार साहब,अश्वनी श्रीवास्तव ,राजेश कुमार मिश्रा, विनोद कुमार साह और सिम डीलर राजू उफर् राजेन्द्र कुमार यादव को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 180 मोबाइल फोन,220 प्री एक्टीवेटेड सिम काडर्,ब्लूटूथ स्पीकर डिवाइस, स्कैनर दो कार और बाइक के अलावा विभिन्न बैंको के 08 एटीएम काडर् चार लाख 11 हजार रूपये नकद बरामद किए। गिरोह के सदस्य पेपर आउट करा कर अभ्यर्थियों को सोशल मीडिया के माध्यम से भेजते थे। उसकी एवज में मोटी रकम वसूलते थे। इस बीच जौनपुर जिले में आज शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहे नौ मुन्नाभाईयों को गिरफ्तार किया गया है ।
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टीईटी परीक्षा प्रशासन की कड़ी निगरानी के चलते जनककुमारी इण्टर कॉलेज के परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थी यदुवेन्द्र के स्थान पर पिन्टू, सेन्ट पैट्रीक सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल में परीक्षार्थी प्रेमचन्द्र की जगह राकेश, सर्वोदय इण्टर कालेज खुदौली खेतासराय में परीक्षार्थी निखिल यादव के स्थान पर अदित्य कुमार परीक्षा देते हुए पकडे गये जिनसेे पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय उमरीखुर्द के सहायक अध्यापक संतोष कुमार तथा सहायक शिक्षामित्र भीमशंकर, बिहार के नालंदा जिले के मानपुर इलाके से विशुनपुर निवासी डी एम कुमार से भी पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है। शुरुआती जांच में पता चला कि डी0एम0 कुमार ही बिहार से साल्वर लेकर आया है।
सिंह ने बताया कि परीक्षा दो पालियों में प्रात: 10.00 बजे से 12.30 बजे तक, अपराहन 2.30 बजे से 5.00 बजे तक संपन्न हुई। प्रथम पाली में 50 परीक्षा केन्द्र तथा द्वितीय पाली में 21 परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा हुई। टीईटी परीक्षा को नकल विहीन एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम कर रखे थे। उन्होंने बताया कि उनके साथ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने परीक्षा केन्द्रों का भ्रमणकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। परीक्षा को शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सेक्टर तथा स्टैटिक मजिस्ट्रेट लगाए गए थे, जिन्होंने लगातार परीक्षा पर निगरानी बनाए रखे थे। परीक्षा की निगरानी के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।