आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
लखनऊ: शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने दिल्ली में हुए महौल ख़राब को लेकर कहा कि दिल्ली में जो फसाद हुवा उस दौरान मैं दो बार दिल्ली गया। दिल्ली में हुई हिंसा की निक्ष्पक्ष जांच हो सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में अभी तक उन इलाको में कोई नहीं गया। लोग दूर-दूर से बयान बाज़ी कर रहे हैं लेकिन जा नहीं रहे हैं। मस्जिद में आग लगा दिया गया, कुरान को भी जलाया गया, बच्चों के बैग और मदरसों को जलाया गया। मुस्लिम एरियो में मंदिर को भी मैंने देखा कोई भी मंदिर नहीं जलाया गया। हिन्दू एरियों में जो मुस्लिम थे उनको क्षति पहुँची है। शिव बिहार मै गया तो वहाँ पूरे क्षेत्र में अंधेरा था, मोबाइल की रौशनी से हमने वहाँ का दौरा किया। वहाँ 4 सिलेंडर फटे पड़े थे। मस्जिद के अंदर सबसे भयानक मंज़र ये था वहाँ दो घरों को छते उड़ी हुई थी।
जिसके साथ ज़ुल्म होगा हम उनकी मदद करेंगे
उन्होंने कहा कि हमारे साथ जो लोग थे उनका कहना था ये डायनामाइट से उड़ाया गया है, पूरे घटनाक्रम में आरडीएक्स का इस्तेमाल हुवा है। इसराइल जैसा फिलिस्तीन में करता है और जो मंज़र फिलिस्तीन में रहता है वही मंज़र था। हमने हिन्दू भाई से मुलाकात की उन्होंने कहा की उनके बेटे को भी गोली से मारा गया, हम उनके भी साथ हैं। जिसके साथ ज़ुल्म होगा हम उनकी मदद करेंगे, वो हिन्दू हो चाहे मुसलमान हो हम सबका साथ देंगे।
PM को सभी दोषियों को सज़ा देनी चाहिए
इस दौरान मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि अगर मुजरिमों को सज़ा देदी गई तो हम समझेंगे की सरकार इस फसाद में शरीक नहीं है। अगर आरोपियों को पकड़ा नहीं गया तो हम समझेंगे ये सब सरकार ने कराया है। दिल्ली में हुई हिंसा की निक्ष्पक्ष जांच हो। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कपिल मिश्रा को जिसने उल्टे सीधे बयान दिए उसको y ग्रेट की सुरक्षा दी गई। पीएम मोदी की पूरी मेहनत 2 दिन में खत्म हो गई। पीएम को सभी दोषियों को सज़ा देनी चाहिए। हम पैसे से नहीं बल्कि उनकी कानूनी मदद करेंगे।
इंटरनेशनल मीडिया में देश के हालात को दिखाया जा रहा
उन्होंने कहा कि हम देश के गृहमंत्री अमित शाह को और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लेटर लिखेंगे और जांच की मांग करेंगे। हमने सीएम योगी से शिया सुन्नी वक़्फ़ की जांच को लेकर 5 बार मुलाकात की। कुछ आरएसएस के लोग वसीम रिज़वी से मिले हुए है जिससे पूरी दुनिया में इंडिया की और सरकार व पुलिस की थुथु हो रही है। पूरी दुनिया में ये चल रहा है सिर्फ अयातुल्ला ख़ामेनई ने नहीं कहा है। इंटरनेशनल मीडिया में देश के हालात को दिखाया जा रहा है अगर निक्ष्पक्ष जांच होती है तो पूरी दुनिया में एक अच्छा संदेश जाएगा।