शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ– कोरोना वायरस से मरने वालों के लिए राजधानी लखनऊ में से श्मशान स्थल बनाया जायेगा इसे लेकर लखनऊ नगर निगम ने तैयारी शुरु कर दी है।और अयोध्या रोड़ के एक गांव को चिन्हित भी कर लिया है।कोरोना मरीजों की मौत के बाद उनके शव दफनाने को लेकर लखनऊ सहित अन्य जगह में हो रहे विवाद को देखते हुए प्रशासन ने यह फैसला लिया है।बीते माह कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत के बाद ऐशबाग़ कब्रिस्तान में उनका शव दफनाने पर स्थानीय लोगो द्वारा मना किया गया था।इसके चलते पुलिस और प्रशासन के अफसरों को परेशानी उठानी पड़ी थी।मामले में पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी।
वहीं कई अन्य शहरों में भी कोरोना मरीजों की मौत के बाद उनके शव दफनाने को लेकर विरोध और बवाल की खबरें आ चुकी है।
इसे देखते हुए अब नगर निगम ने लखनऊ में कोरोना से मरने वाले मरीजों के लिए अलग श्मशान स्थल बनाने की तैयारी की है।
पास के ही एक गांव का हुआ था चयन
कोरोना संक्रमितों के श्मशान स्थल के लिए अयोध्या रोड स्थित उत्तरधौना गांव का नाम प्रस्तावित किया गया है।यह सीमा विस्तार के बाद नगर निगम में आए 88 नए गांवों में शामिल है,उनका गजट नोटिफिकेशन भी सरकार जारी कर चुकी है, लेकिन गांवों की जमीन से जुड़ा राजस्व रिकॉर्ड जिला प्रशासन के बीच है।ये अभी नगर निगम को नही मिले हैं।
नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि कोरोना से मरने वाले लोगों के लिए अलग अलग श्मशान स्थल बनाया जाएगा।उत्तरधौना गांव का इसके लिए चयन किया गया है।जल्द ही इस पर काम शुरु होगा