प्रमोद चंद्र की रिपोर्ट
पिपरसंड (लखनऊ)। राजधानी लखनऊ में लोगों का ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना नाम से कुछ ज्यादा ही दहशत है। नित नए संदिग्ध मरीजों का मामला सामने आने के कारण निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में दहशत का माहौल होना स्वाभाविक है।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से सरकार ने देश व्यापी लाक डाउन लागू किया है। कहीं लोग इस कार्रवाई को वाहियात मानते हैं तो कहीं लोग इसे अपनी सुरक्षा हेतु उपयोगी समझ चुके हैं।
सुरक्षात्मक उपाय के तहत घरों में ही रहना और बिना किसी ठोस कारण के कहीं नहीं जाना काफी मायने रखता है। इसके अलावा प्रवासियों को भी बिना कैरंटाइन के गांव में प्रवेश पर रोक लगाने के लिए बहुत जगह गांव के लोगों द्वारा बाहर से आने वालों का प्रवेश वर्जित कर दिया है।
इसी क्रम में लखनऊ शहर के सरोजिनी नगर थाना के अंतर्गत ग्राम रानीपुर मजरा पिपरसंड गांव के ग्रामीणों ने अपने गांव के प्रवेश मार्ग को बंद कर दिया है। इससे गांव में बाहर से आने वाले लोगों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा गांव के लोगों को भी बिना किसी ठोस कारण के कहीं बाहर जाने पर भी अवरोध पैदा हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव की आबादी विश्वब्यापी महामारी से बचाव के लिए तैयार है।
गांव के इस पहल की प्रशंसा पुलिस प्रशासन भी कर रही है। चौकी इंचार्ज बृजभान सिंह चंदेल गए और फोटो भी खींच लाए और कहने लगे कि यहां के लोग बहुत ही समझदार हैं जो यह कार्य किए हैं। रानीपुर से दरोगा खेड़ा लखनऊ कानपुर रोड को जोड़ती है और यहां के निवासी बाकायदा लिखकर बोर्ड भी लगा दिए हैं कि यहां बाहरी लोगों का आना वर्जित है।