कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ । कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में दो लोगों ने वायरस के संदेह में आत्महत्या कर ली है। हालांकि दोंनों घटनाओं पर पुलिस ने कुछ भी कहने से इंकार किया है। पहली घटना हापुड़ जिले की पिलखुआ की है और दूसरी बरेली से सामने आयी है। रिपोर्ट के अनुसार पिलखुवा में एक युवक ने गर्दन रेतकर आत्महत्या कर ली।
स्थानीय लोगों के अनुसार पिलखुवा निवासी सुशील को कई दिन पहले बुखार आया था। जो मोदीनगर में इलाज करा रहा था। लेकिन बुखार न उतरने और गले में इंफेक्शन होने पर उसको शक हो गया। जिसके बाद वह सरकारी अस्पताल भी गया था जिससे युवक डिप्रेशन में पहुंच गया।
इसी कारण उसने अपने दोनो बच्चों और पत्नी को अलग कमरे में सुला दिया। युवक ने रात को कमरे में गर्दन काटकर आत्म हत्या कर ली। जिसके पास सुसाइड नोट रखा हुआ था। जिसमे लिखा था कि कोरोना के कारण उसने मौत को गले लगा लिया।
युवक का शव पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के परिवार को आइशोलेट करते हुए घर को सेनेटाईज कराया जा रहा है।
बरेली में दूसरी घटना एक अन्य युवक ने मालगाड़ी से कटकर जान दे दी। युवक को कई दिनों से बुखार था। एक रेलवे कर्मचारी के अनुसार युवक जंक्शन पर आया उसने कहा भी कि मुझे कोरोना है। मुझे बचा लो। जब तक उस पर किसी का ध्यान पहुंचता तब तक युवक ट्रैक पर लेट गया, इसी बीच मालगाड़ी आ गई। जब तक लोग उसे बचाने दौड़े। उसके पेट के ऊपर से मालगाड़ी का पहिया चढ़ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मृत युवक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने दोंनों घटनाओं पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया है।
कोरोना वायरस को लेकर लोगों को तनाव लेने के लिए चिकित्सकों ने मना किया है। केजीएमयू के एक डाक्टर ने कहा कि सरकार को इस बात को ज्यादा प्रचारित करने जरूत है इससे लोग ठीक होकर घर भी जा रहे हैं।