शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ। देशभर में चीनी सामान के बहिष्कार की दिशा में लोगों ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। प्रदेश में इस साल दीपावली में मेड इन इंडिया प्रोडेक्ट्स की डिमांड बढ़ रही है। इससे न सिर्फ चीन को आर्थिक नुकसान पहुंचेगा बल्कि लॉकडाउन में नौकरी खो चुके लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। अमरोहा में मिट्टी के दीये बनाने वाले कुम्हार अब तरक्की कर रहें हैं। जिले में लोग चाइनीज झालरों का बहिष्कार कर मिट्टी के बने दियों से अपने घरों को दीवाली पर रोशन करने की तैयारी में हैं। इसे देखते हुए कुम्हारों को अच्छी तादाद में ऑर्डर मिल रहे हैं। इस पहल से कुम्हार काफी खुश नजर आ रहे हैं। कुम्हारों का कहना है कि इस बार उनकी दीपावली हर साल के मुताबिक अच्छी बीतेगी और उनके कारोबार में भी काफी तरक्की होगी।
चाइनीज़ प्रोडेक्ट्स का बायकॉट
बता दें कि पिछले कई बरसों से देश में लोगों ने ”मेड इन चाइना” उत्पादों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। हर साल की तरह इस साल भी लोगों ने दीवाली से पहले चाइनीज़ झालरों का भी बायकॉट करना शुरू कर दिया है। बड़ी तादाद में लोग चाइनीज़ झालरों को खरीदने से बच रहे हैं जिससे कुम्हारों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद दिख रही है। कुम्हार भी इस बार की दीपावली अपने परिवार वालों के साथ अच्छे से मना पाएंगे।
आत्मनिर्भर बन रहे कुम्हार
कुम्हारों का कहना है कि पहले हमें काम भी नहीं मिलता था। मिट्टी भी बड़ी मुश्किल से मिल पाती थी। उन्होंने बताया कि चाइनीज उत्पाद उनके लिए एक मुसीबत थे, लेकिन अब चाइनीज़ माल को बहिष्कृत किये जाने से उनकी दीपावली भी अच्छी होने की उम्मीद है। कुम्हारों ने बताया कि इस बार उन्हें अच्छी तादाद में ऑर्डर मिले हैं। माल तैयार करके उसे फुटकर और थोक दोनों तरह से बेचने की तैयारी है। बता दें कि दीपावली के इस मौके पर देशी वस्तुओं के लिए बाजार तैयार कर स्थानीय कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान देश भर में शुरू किया जा चुका है।