लवलेश कुमार की रिपोर्ट
लखनऊ : कानपुर में एक हफ्ते पहले हुई आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे का बड़ा नाटकीय अंत सामने आया है. शुक्रवार की सुबह ठीक लगभग एक हफ्ते बाद पुलिस एनकाउंटर में उसे मार गिराया गया है. उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने जानकारी दी कि दुबे को उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था. कानपुर के पास ही पुलिस की गाड़ी अचानक हादसे का शिकार हो गई और पलट गई. पुलिस का दावा है कि इस दौरान विकास दुबे ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस को उसका एनकाउंटर करना पड़ा.
विकास दुबे के केस में यूपी पुलिस ने एक के बाद एक एनकाउंटर किए हैं और गुरुवार को हुई उसकी अचानक गिरफ्तारी पर पहले ही सवाल उठ रहे थे. अब उसके एनकाउंटर ने अलग से कई सवाल पैदा कर दिए हैं. ज़ाहिर है इसपर भी खूब हलचल मचेगी.
एनकाउंटर ने पैदा किए कई सवाल
– पुलिस का दावा है कि विकास दुबे 2-3 किलोमीटर भागा तो क्या पुलिस इतनी भी मुस्तैद नहीं थी कि वह इतनी दूर तक भाग पाया? इतने कुख्यात अपराधी को उज्जैन से कानपुर ला रही पुलिस की तैयारी कैसी थी?
– इतने खुंखार अपराधी को पुलिस ने कैसे पकड़ा हुआ था कि वो हथियार छीनकर भाग रहा था?
– विकास दुबे को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाना था, ऐसे में जब उसे पता था कि वो कोर्ट जा रहा था, तो वह भागने की कोशिश क्यों करेगा?
– क्या पुलिस की ओर से वीडियो जारी किया जाएगा? पुलिस की ओर से पलटी हुई गाड़ी की तस्वीर जारी की गई है, लेकिन क्या इस घटना की प्रमाणिकता के लिए कोई वीडियो जारी किया जाएगा?
– क्या इतने बड़े अपराधी और एक हफ्ते पहले ही आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले खूंखार अपराधी को लाने वाले पुलिसकर्मियों की तादाद इतनी नहीं थी कि गाड़ी पलटने के बाद वह हथियार छीनकर भागने लगा?
एनकाउंटर के बाद अब ये सवाल जोर-शोर से उठाएंगे.