सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। रामगंगा नदी पर बनाये जाने वाला यह पुल बहुआयामी सिद्ध होगा। यहां पर पुल न होने के कारण स्थानीय निवासियों को नाव द्वारा नदी पार करनी पड़ती है। वर्षा ऋतु में बहुत ही असूविधा का सामना करना पड़ता है। पुल बनने के बाद लोगों को काफी लाभ होगा। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग मुख्यालय के तथागत सभागार में आयोजित कार्यक्रम में बदायूं जनपद के नगरिया खनू लालपुर खादर के मध्य रामगंगा नदी सेतु पहुंचे मार्ग एवं सुरक्षात्मक कार्य का शिलान्यास के दौरान उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस सेतु को पूर्ण करने का लक्ष्य मार्च 2022 दिया गया हैैैै लेकिन दिसंबर 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा।
ढाई लाख से ज्यादा लोग होंगे लाभान्वित
सेतु निर्माण की लागत रू. 4681.76 लाख व लम्बाई 697.300 मी0 होगी। सेतु के निर्माण से जनपद बदायूं के लगभग 50 गावों के लगभग 2.50 लाख लाभान्वित होंगे और लगभग 20 से 25 किमी0 की दूरी कम तय करनी होगी। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा ( 06 मी. से लेकर 60 मी. तक) के लघु सेतु बनाये जाते हैं। इससे ज्यादा लम्बे पुल, सेतु निगम द्वारा बनाये जाते हैं। सेतु निगम द्वारा 266 पुलों का निर्माण किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग द्वारा 733 लघु सेतु स्वीकृत किये गये हैं, जिसमें से 104 पूर्ण हो गये हैं और 629 लघु सेतु निर्माणाधीन हैं। इस अवसर पर आंवला बरेली के सांसद धर्मेन्द्र कश्यप, दातागंज के विधायक राजीव कुमार सिंह, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण, विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग राजीव रतन सिंह, प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम अरविंद श्रीवास्तव, प्रमुख अभियंता एस के श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।