सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से बुधवार को चौथी मौत हो गई है। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती महिला (76 वर्ष) ने आज दम तोड़ दिया। इससे पूर्व बस्ती, मेरठ तथा वाराणसी में कोरोना वायरस पॉजिटिव ने दम तोड़ा था। उत्तर प्रदेश में अभी तक 348 कोरोना वायरस पॉजिटिव हैं। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 37 जिले कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। इसमें 187 तबलीबी जमात से जुड़े लोग हैं। वहीं सरकार हर दिन 12 हजार टेस्ट कराने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा 4.73 लोग होम क्वारंटाइन किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कोरोना वायरस पाजिटिव की पहली मौत है। इन बुजुर्ग महिला को नीदरलैंड से लौटे नाती से यह संक्रमण हुआ था। जिसके बाद इन्हें सात अप्रैल को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। आज उनकी मौत हो गई। डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि उम्र और बीमारी के कारण उनका शरीर कोरोना वायरस के संक्रमण से अधिक संघर्ष नहीं कर पाया। हालांकि चिकित्सकों ने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सकता।
अब तक 348 कोरोना वायरस पाजिटिव :- आगरा 67, गौतमबुद्ध नगर 58, मेरठ 35, लखनऊ 24, गाजियाबाद 23, शामली 17, सहारनपुर 14, वाराणसी व फिरोजाबाद 9-9, बुलंदशहर, बस्ती, कानपुर नगर व सीतापुर 8-8, बरेली व महराजगंज 6, गाजीपुर 5, आजमगढ़, हाथरस व लखीमपुर खीरी 4-4, जौनपुर, बागपत, हापुड़, प्रतापगढ़ 3-3, पीलीभीत, बांदा, मिर्जापुर, रायबरेली, मथुरा 2-2, शाहजहांपुर, हरदोई, औरैया, बाराबंकी, कौशांबी, बिजनौर, प्रयागराज, बदायूं, मुरादाबाद 1-1।
मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने यह साफ कर दिया है कि उन जगहों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी जहां पर ऐसे मरीज मिले हैं। उन्होंने आगरा का उदाहरण दिया और बताया कि जिन जगहों को पूरी तरह से सील किया गया है वहां ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफे को रोकने में कामयाबी हासिल हुई है।