शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर सोमवार से किसान सम्मेलन आयोजित करने जा रही है। केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को देखते हुए पार्टी ने यह कदम उठाया है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयक को लेकर किसानों में भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दशकों तक जिन दलों ने सत्ता में रहते हुए किसानों को छला वही लोग आज ऐतिहासिक कानूनों को लेकर किसानों में भ्रम फैला रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार और राज्य की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में गांव, गरीब ,किसान है और केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून किसानों को ज्यादा अवसर व विकल्प प्रदान करने वाले हैं।
बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बताया कि 14 दिसंबर, सोमवार से शुरू होकर यह सम्मेलन 18 दिसंबर तक चलेंगे। उन्होंने बताया कि किसान सम्मेलनों को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व केंद्र व राज्य के मंत्री तथा पार्टी पदाधिकारी व प्रमुख नेता संबोधित करेंगे।
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने रविवार को बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह 14 दिसंबर को बस्ती व अयोध्या में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे। शुक्ल ने बताया कि 15 दिसंबर को गोंडा में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव और वाराणसी में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे जबकि राज्य के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह मुरादाबाद में, सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा अमेठी में, और राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी प्रतापगढ़ में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे।