शशांक तिवारी की रिपोर्ट
लखनऊ – विकास प्राधिकरण लखनऊ द्वारा बरसात के मौसम में खुद डाला बड़ी तादाद में 7 मीटर गहरा गड्ढा जो आज राहगीरों के लिए जानलेवा बना हुआ है। विद्युत विभाग पारा क्षेत्र के सरोसा पावर हाउस से आई 11000 की हाईटेंशन लाइन गड्ढे के किनारे खड़ा हुआ खंबा कभी भी गिर सकता है । ले सकता है किसी की जान हो सकता है कोई बड़ा हादसा सरोसा पावर हाउस अधिकारी गणों की आंख नहीं खुल रही है ।खंबे को शिफ्टिंग नहीं किया जा रहा है। जब कोई हादसा हो जाएगा तब बिजली विभाग अधिकारियों की खुले की आंख बिजली विभाग कर्मचारी अपने कार्य को अंजाम नहीं दे रहे हैं बिजली विभाग के अधिकारी देखकर भी कर रहे हैं ।अनदेखीविकास प्राधिकरण द्वारा खुदा गया बड़ी तादाद में गड्ढा जून के महीने में अभी तक निर्माण कार्य नहीं करवाया जा रहा है। गड्ढे का चारों तरफ बारी कटिंग बरसात के कारण धंसती चली जा रही है। बड़ी तादाद में गड्ढे के चारों तरफ मिट्टी बराबर फट रही है। बरसात के पानी की सीलन के कारण विकास प्राधिकरण के बेपरवाह आला अफसर बैठे हैं । मौन नहीं खुल रही है उनकी आंख जब हो जाएगी कोई घटित घटना तब विकास प्राधिकरण जागेगा चौकी हंस खेड़ा के निकट काशीराम को जाने वाला रोड वाहनों की आवाजाही अधिकतम है। राहगीरों की आवाजाही ज्यादातर बनी रहती है मासूम बच्चों का निकलना भी रहता है बहुत ज्यादा रोड साइड की मिट्टी बराबर धंसती चली जा रही है अंदर ही अंदर कोई देखरेख नहीं है ।ना ही कोई मजबूत बैरी कटिंग लगवाई जा रही है कभी भी कोई मजदूर कोई भी मासूम इस भयंकर बड़ी तादाद में खुद हुए गड्ढे में गिरकर बड़े हादसे का शिकार हो सकता है। जब के प्रशासनिक आदेश द्वारा 15 जून के बाद सभी खुदान बंद करवा दिए जाते हैं । और जो खुले हुए गड्ढे हैं उनको पटवा दिया जाता है मगर यहां तो जून के महीने में भारी भरकम बड़ी तादाद में 7 मीटर गहराई का गड्ढा खुदा हुआ है कोई भी उच्च अधिकारीगण आला अफसर अधिकारीगण ध्यान नहीं दे रहे हैं जिम्मेदार अफसर हादसे का कर रहे हैं । इंतजारठेकेदारी द्वारा खुद वाया गया सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का गड्ढा ठेकेदार जिम्मेदार इस गड्ढे से दूरी बनाए हुआ है कोई भी बैरी कटिंग का या कोई सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम नहीं किया गया ठेकेदार द्वारा ठेकेदार निर्माण कार्य नहीं कर रहा है बरसात का मौसम है रोड पर आवाजाई अधिकतम रहती है। यहां के मूल निवासी जिनके छोटे मासूम बच्चे हैं । जो जो हर वक्त गड्ढे के आसपास खेला करते हैं और यहीं से निकलते भी हैंजिम्मेदारों ने लापरवाही की हद कर दी जिम्मेदार अफसर ठेकेदार अधिकारीगण बैठे हैं मौन।