आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
लखनऊ। राजधानी के सरकारी अस्पतालों में भीड़ कम करने के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। ऐसे में लोहिया, बलरामपुर, सिविल में इलेक्टिव सर्जरी (पहले से प्लान की) पर रोक लगा दी गई है। केजीएमयू, पीजीआइ भी जल्द फैसला होगा। वहीं, अधिकतर अस्पतालों की ओपीडी पंजीकरण 11 बजे तक ही होंगे।
दरअसल, राजधानी के केजीएमयू, लोहिया संस्थान, पीजीआइ, बलरामपुर, सिविल में हजारों की भीड़ जुटती है। केजीएमयू ने गुरुवार से पंजीकरण का समय एक बजे से घटाकर 11 बजे तक कर दिया। वहीं, पीजीआइ ने भी ओपीडी में 20 फीसद मरीजों के पंजीकरण में कटौती लागू कर दी। गुरुवार को लोहिया संस्थान, बलरामपुर में भी 11 बजे तक ओपीडी पंजीकरण का समय तय कर दिया गया। इसके बावजूद मरीजों की भीड़ पर काबू नहीं हो रहा है।
ऑपरेशन के एक मरीज के साथ तीन तीमारदार
केजीएमयू, लोहिया, केजीएमयू में ही हर रोज माइनर व मेजर डेढ़ सौ से अधिक ऑपरेशन होते हैं। इनके साथ दो से तीन तीमारदार रहते हैं। ऐसे में भीड़ कम करने के लिए अब इलेक्टिव सर्जरी टाली जाएंगी। लोहिया संस्थान, सिविल व बलरामपुर अस्पताल ने डॉक्टरों को इलेक्टिव सर्जरी टालने का आदेश दे दिया है। वहीं इमरजेंसी सर्जरी जारी रहेंगी। यानी सिर्फ गंभीर मरीजों के ऑपरेशन ही होंगे। ऐसे में सैकड़ों ऑपरेशन टल जाएंगे।
संजय गांधी पीजीआइ में कोरोना वायरस के चलते नए मरीजों के पंजीकरण की संख्या में 50 फीसद कटौती करने फैसला लिया है। इसमें मरीजों का पंजीकरण सुबह 10:30 बजे तक ही किया जाएगा। इसके अलावा पुराने और नए मरीजों की ओपीडी केवल एक बजे तक चलाने का भी फैसला लिया है। संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अमित अग्रवाल ने बताया कि वायरस के फैलाव को रोकने के लिए यह फैसला लेना जरूरी था। यह फैसला संस्थान के सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक के बाद लिया गया है। प्रो. अग्रवाल ने कहा कि जिन मरीजों को फॉलोअप के लिए तारीख मिली है, यदि उन्हें कोई विशेष परेशानी नहीं है तो वह फॉलोअप के लिए न आएं। अगले डेट के लिए संस्थान के फोन नंबर पर बात कर लें। 0522-2494000, 2495000, 2496000 पर नई डेट ली जा सकती है। यह नंबर रविवार को भी काम करेगा।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक पहले से भर्ती तीन मरीजों की तबीयत स्थिर है। गुरुवार को कुल 28 नमूने जांच के लिए आए। इसमें छह नमूनों की जांच अभी भी चल रही है। 20 लोगों के नमूने जांच में नेगेटिव पाए गए हैं।
कोरोना पीडि़त मिलने की अफवाह फैलाने वाले पर मुकदमा
कानपुुर। कोरोना वायरस से संक्रमित होने की अफवाह फैलाने पर एक वेब पोर्टल संचालक मनीष कुमार अस्थाना के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। कोरोना संबंधी अफवाह फैलाने पर कानपुर में यह पहला मुकदमा है।
बुधवार को शहर में तेजी से अफवाह फैली कि तिलकनगर में चार लोगों को कोरोना वायरस होने की पुष्टि हो गई है। वेब पोर्टल की यह सूचना सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर होते हुए शहर भर में फैल गई। सीएमओ अशोक शुक्ल तक जानकारी पहुंची तो उन्होंने इसकी शिकायत एसएसपी अनंतदेव की दी। एसएसपी ने क्राइम ब्रांच और कल्याणपुर पुलिस को जांच की संयुक्त जिम्मेदारी दी। जांच में पता चला कि शहर में कोरोना प्रभावित मरीज नहीं है। अफवाह की पुष्टि के बाद देर रात कल्याणपुर थाने में निरीक्षक गंगाधर चौहान की तरफ से मनीष कुमार अस्थाना के खिलाफ आइटी एक्ट की धारा 67 के तहत मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस अफवाह फैलाने वाले अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।