उमाकांत गौतम की रिपोर्ट
लखनऊ- नगर पंचायत अमेठी के संजय नगर वार्ड में महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर ‘संविधान के शिल्पकार डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा पर लोगों ने पुष्प अर्पित किए तथा प्रकाश कर राष्ट्र निर्माता भारतीय संविधान के शिल्पकार बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की। अंबेडकर नगर के सभासद सचिन ने बताया कि बाबा साहब के विचार हमारे जीवन में हमेशा अजर अमर है उनके विचार और आदर्श करोड़ों लोगों को लगातार प्रेरणा देते रहेंगे। उन्होंने हमारे राष्ट्र के लिए जो भी सपने देखे हैं उन्हें पूरा करने के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं।
सेवानिवृत्त रामपाल कुरील ने उपस्थित लोगो को महापरिनिर्वाण शब्द का अर्थ समझते हुए बताया कि महापरिनिर्वाण का अर्थ जीवन का मुख्य लक्ष्य और मूल तत्व है। जिसको संस्कृत की पाली भाषा में महापरिनिर्वाण को “परिनिबाना” लिखा जाता है। तथा हम अपने जीवन भर अपने कर्म को संचित करते हैं जो आत्मा के माध्यम से अगले जीवन तक पहुंचता है। जब कोई व्यक्ति इस शरीर को त्यागता है तो उसका शरीर विघटित हो जाता है, तब भी आत्मा अपनी यात्रा जारी रखती है। किसी की मृत्यु के समय उनका कर्म ऋण अगर जमा नहीं है तो वह जन्म और मृत्यु के चक्र से छूट जाता है, मतलब उनको मोक्ष मिल जाता है या फिर उनका महापरिनिर्वाण हो जाता है।
बाबा साहब के महापरिनिर्वाण में शामिल हुए लोगो में रामपाल कुरील, जगदीश नेता, चेतराम गौतम, सचिन कुमार(सभासद), वीरेंद्र गौतम, अरविंद गौतम, धर्मेंद्र कुमार रवि, आकाश गौतम, अरुण गौतम, अमर सिंह, व अमन मौजूद रहे।