मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई- जनपद मे आज सरकारी जमीन कब्जा करने का प्रकरण कोई नया नही है और सबसे खास बात यह है कि ज्यादातर जो सरकारी जमीन कब्जा करने के मामले है इन मामलों में राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत होती है आरोप लगता है शायद इस कारण शिकायत होने पर फर्जी आख्या लगा कर शिकायत का निस्तारण कर दिया जाता है।ऐसा ही एक प्रकरण है जो कि ग्राम बावन से जुड़ा हुआ है शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि गाटा सँख्या 69 जो राजस्व के अभिलेखों में खलिहान में दर्ज है लेकिन बावन निवासी अमीर,जावेद,अनीस,मंसूर,जहीर,भल्लू,ने बगैर किसी परमिशन के खलिहान की जमीन को कब्रिस्तान में तब्दील कर दिया है और उस पर पक्की कब्र का निर्माण करा दिया व चकरोड को भी खलिहान की जमीन में मिला कर चारो तरफ तार लगा दिए है जो न्यायपूर्वक नही है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि लेखपाल कानूनगो ने खलिहान की जमीन पर कब्रिस्तान बनवाने के एवज में एक लाख रुपये लिए है।इस कारण शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही दबंगो पर नही की गई है। वही दूसरी तरफ राजस्व विभाग का कहना है कि लगाए गए आरोप निराधार है और पूर्व में शिकायतकर्ता के कब्जे से सरकारी जमीन कब्जा मुक्त कराई गई थी लगाए गए आरोप में कितनी सच्चाई है इसका पता तभी लग पाएगा जव प्रकरण की निष्पक्ष जांच होगी लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि तस्बीरों में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि खलिहान की जमीन को कब्रिस्तान में तब्दील कर दिया गया है और खलिहान की जमीन पर पक्की कब्र का निर्माण करा दिया गया है उसके बाबजूद किसी पर भी कोई प्रभावी कार्यवाही नही की गई है जो राजस्व विभाग पर सवालिया निशान जरूर है।