वी॰पी॰ चतुर्वेदी की रिपोर्ट
उरई जालौन-उरई मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर कोटरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सिकरी व्यास में 4 नंबर बालू घाट वर्तमान में चलाया जा रहा है जहां पट्टाधारक खनन नियमावली की धज्जियां उड़ाते हुये पट्टाधारक ने जेसीबी नहीं बल्कि भारी भरकम एलएनटी मशीनों से नदी की जलधारा रोककर बालू उठाई जा रही है जिसमें 3 एलएनटी मशीन चलाई जा रही है। हैरानी की बात तो यह है कि खनिज दफ्तर के जिम्मेदारों को भी पट्टाधारक ने गुमराह कर नदी की जलधारा से मौरम खनन कर जलधारा के समीप में ही मौरम डम्प की जा रही है। यदि समय रहते प्रषासनिक अधिकारियों ने ध्यान न दिया तो वह षासन के राजस्व को चूना लगाता रहेगा।
उक्त संबंध में सिकरी व्यास के ग्रामीणों ने नाम न छापने की षर्त पर बताया कि सिकरी व्यास में मौरम खंड संख्या चार का पट्टाधारक द्वारा एलएनटी मशीन नदी में गहरे गड्ढे खोदकर बालू निकाली जा रही है जिसमें काफी गहरे गड्ढे होते जा रहे हैं। इन गहरे गड्ढों से कभी भी बड़ी घटना हो सकती है। फिर सरकार की तरफ से यह रोक लगाई गई है कि नदी में ज्यादा गहराई न की जाए फिर भी दबंग पट्टाधारक के द्वारा नदी की जलधारा रोककर बालू उठाई जा रही है कोई भी आला अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे इसको क्या माना जाए अधिकारी देखकर अनदेखा कर रहे हैं आखिर क्यों और सबसे बड़ी बात तो यह है कि जहां से बालू घाट चलाया जा रहा है उस रास्ते में कुछ रास्ता वन विभाग में भी आता है और बन विभाग के रास्ते से सारे बालू भरे ट्रक निकाले जा रहे हैं फिर भी बन विभाग अधिकारी भी देख कर भी अनदेखा कर रहे हैं आखिर क्यों ऐसा किया जा रहा है सिकरी व्यास के 4 नंबर बालू घाट से ट्रकों की दिन रात लाइन लगी रहती है जिससे सड़क पर काफी धूल उड़ती नजर आती है जिससे किसानों की फसलों में काफी नुकसान हो रहा है इन किसानों के नुकसान का कौन जिम्मेदार है।