योगेश कुमार की रिपोर्ट
लखीमपुर खीरी । मोहम्मदी पुलिस और आबकारी विभाग ने गोमती मोड़ से एक कंटेनर को पकड़ा है। कंटेनर से पांच हजार लीटर पेय अल्कोहल बरामद हुआ है। साथ ही दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। अल्कोहल हरियाणा से लखीमपुर लाया जा रहा था। पुलिस ने अल्कोहल को कब्जे में ले लिया है। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। बरामद अल्कोहल की कीमत दस लाख रुपए बताई जा रही है।
इंस्पेक्टर संजय त्यागी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार की सुबह पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने मोहम्मदी की गोमती मोड़ से हरियाणा का एक कंटेनर पकड़ा है। जिसका नंबर एचआर 56 बी 7263 बताया जा रहा है। तलाशी में कंटेनर से 94 केनों में करीब पांच हजार लीटर पेय अल्कोहल बरामद हुआ। जिसकी कीमत करीब 10 लाख रुपये बताई जा रही है। टीम ने ट्रक चालक और परिचालक को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान हरियाणा के थाना बरौंदा के गांव रुखी निवासी नसीब और गुड़गांव हरियाणा निवासी दीपक के रूप में हुई है। पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह इस अल्कोहल को लेकर हरियाणा से आए हैं। उनको एक मोबाइल नंबर दिया गया था। उस नंबर पर फोन करके यह अल्कोहल उनको देना था। पुलिस ने इस नंबर को ले लिया है और जांच शुरू कर दी है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि अल्कोहल कहां जाना था।
शक जताया जा रहा है कि अल्कोहल हरियाणा से लखीमपुर आना था। पुलिस ने अल्कोहल को कब्जे में ले लिया है और दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। बरामदगी में इंस्पेक्टर संजय त्यागी, आबकारी निरीक्षक पंकज विवेक यादव, एसआई संतोष यादव, मोहम्मदी मुश्ताक के अलावा तमाम पुलिस आरक्षी जेनेन्द्र शर्मा, दिलीप यादव, देवेन्द्र यादव, वसीम हासिमी, आबकारी के अजय कुमार, अयाजुद्दीन मौजूद रहे। एसपी खीरी ने इस कार्य के लिए मोहम्मदी पुलिस को इनाम देनी की घोषणा की है।अधूरी कार्रवाई से नहीं बंद हो पा रहा कारोबार::मोहम्मदी पुलिस और आबकारी विभाग ने मिलकर करीब पांच हजार लीटर अल्कोहल बरामद कर लिया है, लेकिन अभी तक टीम यह पता नहीं कर पाई है कि यह अल्कोहल हरियाणा से कहां जाना था। पुलिस ने आधी अधूरी कार्रवाई करके ट्रक चालक और परिचालक को जेल भेज दिया है। जबकि असली गुनाहगार अभी बाहर घूम रहे हैं। अभी तक न वह लोग ट्रेस हो पाए हैं जिनके पास यह अल्कोहल जाना था और न उन लोगों के नाम सामने आए हैं जहां से यह अल्कोहल भेजा गया है। बताया जाता है पकड़े गए आरोपियों का काम सिर्फ अल्कोहल को सही जगह पहुंचाना था। इसके बाद शराब माफियाओं का काम शुरू होता। वह इस अल्कोहल से शराब बनाते और मौत का सामान लखीमपुर समेत आसपास के जिलों में सप्लाई होता। इस जहर को लोग शराब समझ कर पीते और अपनी जान भी गंवाते। इससे पहले भी लखीमपुर में जहरीली शराब पीने से मौतें हो चुकी है। 98 फीसदी तीव्रता है अल्कोहल की::बताया जाता है कि मोहम्मदी पुलिस ने शुक्रवार को जिस अल्कोहल को पकड़ा है उसमें 98 फ़ीसदी अल्कोहल है। अगर इसको कोई बगैर पानी मिलाए पी ले तो उसकी मौत भी हो सकती है। जानकार बताते हैं कि शराब में सिर्फ 42 फीसदी अल्कोहल होता है। उस हिसाब से यह जहर है। ज्यादा नशा करने वाले लोग इसी अल्कोहल में पानी मिलाकर पीते हैं। इस अल्कोहल से बड़ी मात्रा में शराब बनाई जाती और फिर उसकी सप्लाई होती।