धर्मेन्द्र कुमार कन्नौजिया की रिपोर्ट
कुशीनगर:- कोरोना से बिना डरे ,लगातार 6 माह से कोरोना जांच कर रहे है राहुल कुमार। पूरे विश्व में कोरोना अपना पैर पसार चुका है चाहें वो मंत्री हो या फिर बड़े अभिनेता कोई इस महामारी से बचा नही है सब लोग इसके चपेट में आ चुके है लाखो लोग इसे हरा कर फिर से स्वस्थ हो गए तो लाखो लोग कोरोना से लड़ कर जीवन से ही हार गए लेकिन ऐसे में कोरोना का खतरा सबसे अधिक फ्रंट लाइन पर काम कर रहे योद्धाओं को है लेकिन सावधानी रखते हुए कोरोना से अधिकांश स्वास्थ्य कर्मी बचे हुए हैं।लेकिन ऐसे में लैब टेक्नीशियन राहुल कुमार लगातार छः महीने से गाँव गाँव जाकर कोरोना जांच का सैम्पल ले रहे है तथा जांच कर उनकी रिपोर्ट बता रहे हैं ,आपको बता दें कि कोरोना महामारी ने जब से जनपद में दस्तक दिया उसी वक़्त से राहुल नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट के ज़रिए गांव और कस्बों में जा जा कर सैम्पलिंग कर रहे हैं ,राहुल बताते है की जिन क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्र नही है वहां पहुँच कर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कराई जाती है तथा जिनमे कोरोना के लक्षण दिखते हैं उनकी सैम्पलिंग की जाती है राहुल यह भी बताते है कि इस मामले में बहुत सावधानी बरतनी होती है ,फूल किट पहन कर ही कोरोना की सैम्पलिंग करते है जिससे कि अपने आप को सुरक्षित बचाया जा सके ,गाँव क्षेत्र में बहुत से ऐसे लोग भी मिलते है जो जांच नही कराते है और वे घबराने लगते है जिन्हें समझाना पड़ता है जिसके बाद वे जांच कराने को तैयार होते है ।
ऐसे बहुत से गाँव है जहाँ के लोग कोरोना को सीरियसली नही लेते है जिन्हें बताना पड़ता है साथ ही कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक भी किया करते हैं ,संचारी रोग के बारे में भी प्रचार किया जा रहा है ,उन्होंने ने बताया कि ड्यूटी के अलावा कहीं आने जाने में बहुत परहेज करता हूँ और बाहरी चीजें न खाकर फल का ही सेवन करता हूँ।वैसे राहुल लगातार छह महीने से हर गाँव में सैम्पलिंग कर एक मिसाल कायम किये हैं ,इनके उत्कृष्ट कार्यों के वजह से कुछ दिनों पहले डॉ एन पी गुप्ता सीएमओं ने कोरोनो योद्धा सम्मान प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था।