मुजफ्फरनगर
स्वास्थ्य विभाग की टीम कोविडरोधी टीके से वंचित बुजुर्गों के घर पर लगातार दस्तक दे रही है। बुजुर्गों को अन्य गंभीर बीमारियां होने की भी आशंका रहती है, ऐसे में कोरोना संक्रमण कई बार जानलेवा हो जाता है, लेकिन कोविडरोधी टीका लगने के बाद यह आशंका काफी कम हो जाती है। यह बातें खतौली ब्लॉक प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. अवनीश कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा पहली और दूसरी लहर के मुकाबले, इसबार संक्रमण कम खतरनाक होने का सबसे बड़ा कारण टीकाकरण ही है। इसलिए टीकाकरण सभी अवश्य कराएं। खासकर बुजुर्गों के परिवार वाले इस बात पर गौर करें और दूसरी खुराक लेने के बाद नौ माह का समय पूरा होने पर तत्काल “प्रीकॉशन” डोज भी लगवाएं। 10 जनवरी से स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्करों के साथ ही 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों को नौ माह का समय पूरा होने के बाद “प्रीकॉशन” डोज लगाई जा रही है। उन्होंने कहा – टीकाकरण या फिर कोविड होने के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का अच्छी तरह से पालन करना जरूरी है। ऐसा कतई न मानें कि टीकाकरण के बाद या फिर एक बार कोविड होने के बाद दोबारा संक्रमण नहीं होगा। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जनपद में रविवार को 2571 लोगों का कोरोना टीकाकरण किया गया। 15 से 18 वर्ष से के मध्य आयु वर्ग में 280 बच्चों को प्रथम डोज तथा 517 बच्चों को दूसरी डोज का टीकाकरण किया गया। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 145 लोगों को प्रथम डोज 1573 लोगों को दूसरी डोज तथा 56 लोगों को बूस्टर डोज लगवाई।