उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी द्वारा शनिवार को शिवपाल सिंह यादव और ओम प्रकाश राजभर को चिट्ठी लिखी गई. जिसमें उन दोनों से कहा गया कि उन्होंने जहां सम्मान मिले वहां चले जाएं. अब इस मुद्दे पर राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है. विधानसभा चुनाव के दौरान सपा गठबंधन का हिस्सा रहे महान दल प्रमुख केशव देव मौर्य ने बड़ा खुलासा किया है.
क्या किया खुलासा?
महान दल प्रमुख ने कहा, “सपा और सुभासपा का गठबंधन नहीं होना चाहिए था. मैंने सपा के नेताओं को पहले ही अवगत करा दिया था कि अखिलेश यादव, ओपी राजभर से गठबंधन न करें. लेकिन मेरी बात को अनसुना कर दिया गया. चार साल पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिवपाल यादव को लखनऊ में बंगला दिया था. शिवपाल यादव अखिलेश की सामने से मदद कर रहे थे।मैंने सपा के नेताओं से कहा था कि राजभर की डोरी बीजेपी और आरएसएस के हाथों में है.”
राजभर पर साधा निशाना
केशव देव मौर्य ने कहा, “ओम प्रकाश राजभर को वाई कटेगरी की सुरक्षा बीजेपी ने दी. सपा के साथ गठबंधन में है और बसपा में जाने की बात करते हैं. राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव में समाजवादी पार्टी गठबंधन छोड़कर बीजेपी को वोट दिया. राजभर क्या आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी के हिसाब से समर्थन करेंगे. राजभर जैसे लोग राजनीति को गंदा कर रहे है, हमे भी शर्मिंदगी हो रही हैं.” बता दें कि इससे पहले केशव देव मौर्य शनिवार को सपा विधायक आजम खान से मिलने उनके घर दावत पर गए थे।