रवि तिवारी की रिपोर्ट
कन्नौज – एच0आई0वी0/टी0बी0 जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित कैदियों को चिकित्सक के परामर्श अनुसार भोजन दिया जाए। 45 वर्ष से 60 वर्ष एवं 60 वर्ष से अधिक सभी कैदियों को कोरोना टीकाकरण शत प्रतिशत कराया जाए।
उक्त निर्देश आज जनपद न्यायाधीश प्रवीन कुमार जैन ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्यामभावी यादव, जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र व पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा के साथ संयुक्त रूप से जिला कारागार के निरीक्षण के दौरान उपस्थित जेल अधीक्षक को दिए। उन्होंने जिला कारागार में उपस्थित बंदियों से वार्ता कर जेल में दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी करते हुए आज दिए गए भोजन के संबंध में भी जानकारी की एवं अन्य समस्याओं के संबंध में जानकारी की, जिसमें एक कैदी के एचआईवी पॉजिटिव होने की दशा में चिकित्सक द्वारा परामर्श के अनुसार भोजन दिए जाने की बात कही जिसपर उन्होंने उपस्थित चिकित्सक को एचआईवी व टी0बी0 जैसे गंभीर रोगों से ग्रसित कैदियों को प्रस्तावित डाइट के अनुसार भोजन दिए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने चिकित्सा व अन्य बैरकों का भी निरीक्षण किया जहां उपस्थित कैदियों से भी उनकी परेशानियों को पूछते हुए उन्होंने उपस्थित चिकित्सक को सभी कैदियों की समय समय पर स्वास्थ्य जाँच सुनिश्चित करते हुए चिकित्सालय में उपस्थित कैदियों को उचित चिकित्सीय सुविधाए उपलब्ध किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष सुरक्षा बैरक एवं अन्य बैरक के कैदियों से भी वार्ता कर उनसे कोरोना के बचाव के संबंध में आवश्यक जानकारी दी एवं अभी भी सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने जेल में उपस्थित कैदियों में से 45 वर्ष से 60 वर्ष जिनको चिकित्सा विभाग द्वारा दर्शायी गईं 20 गंभीर बीमारी हैं उन्हें एवं 60 वर्ष से अधिक सभी कैदियों को कोरोना टीकाकरण कराये जाने के निर्देश दिए। जिस संबंध में जेल अधीक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि जेल में संबंधित उम्र की श्रेणी में कुल 212 कैदी उपस्थित है जिसमें से 180 कैदियों का टीकाकरण कराया जा चुका है एवं 32 कैदी बचे हैं जिनका टीकाकरण शीघ्र पूर्ण करा लिया जाएगा।
मा0 न्यायाधीश ने पाकशाला का भी निरीक्षण किया, जिसमें रोटी मशीन व बेकरी आदि भी देखी व गुणवत्ता सही पाई। उन्होंने सभी कैदियों को योगा कराये जाने एवं सभी को खेलकूद नियमित रूप से कराये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने विचाराधीन कैदियों एवं 31 दिसम्बर 2021 से पूर्व में दर्ज सभी सजायाफ्ता मुजरिमों के चार्ज व उनके विरुद्ध सबूतों की सूची तैयार कर प्रेषित किये जाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक व अन्य जेल कर्मचारी व चिकित्सक उपस्थित थे।