विवेक राजौरिया की रिपोर्ट
झांसी जनपद में खनिज विभाग एवं पुलिस विभाग की मिलीभगत से चल रहा चिरगांव एवं बड़ागांव थाने में अवैध खनन का कारोबार खबर सूत्रों से खनिज विभाग एवं पुलिस विभाग में गोरामछिया क्रशरों से प्रति महीने 5 से ₹10000 लिए जाते हैं यही हाल चिरगांव थाना क्षेत्र का है जहां रामनगर की क्रेशरों से भी इसी तरह महीना वसूला जाता है तथा खुलेआम अवैध खनन कराया जाता क्रेशरों पर कुछ ऐसे ट्रक और ट्रैक्टर चलते नजर आते हैं जिनके रजिस्ट्रेशन भी खत्म हो चुके होंगे एवं अवैध काम में लगे ट्रैक्टरों से भी तीन से ₹5000 महीना लिया जाता है जिस वजह से दिनभर खनिज विभाग एवं पुलिस विभाग के सामने से दिन भर ट्रैक्टर डस्ट एवं मोरंग लेकर दिनभर थाने के सामने से गुजरते रहते हैं तथा ऐसे ट्रैक्टरों पर ट्रैक्टर का नंबर भी अंकित नहीं रहता जिन पर पुलिस विभाग एवं खनिज विभाग किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं करता है और महीने का करोड़ों रुपया का राजस्व को चूना लगाया जा रहा है और अपनी जेबें गर्म की जा रही है और अगर कोई पत्रकार किसी ट्रैक्टर की थानाध्यक्ष महोदय से जानकारी चाहे भी या ट्रक की तो थानाध्यक्ष महोदय का कहना होता है कि वह ट्रैक्टर यह सामान अपने घर बनवाने के लिए जा रहा है और जो ट्रैक्टर अपने घर बनवाने के लिए सामान ले जा रहा क्या वह अवैध है शायद थानाध्यक्ष महोदय को यह भी पता नहीं कि जो ट्रैक्टर गिट्टी डस्ट मोरंग पर चल रहे हैं उनका रजिस्ट्रेशन कृषि कार्य के लिए है ना कि व्यवसाय के लिए आखिर कब सुधरेंगे ऐसे थानेदार और कब तक पत्रकारों की आवाज को दबाते रहेंगे।