वेद प्रकाश चतुर्वेदी की रिपोर्ट
कुठौन्द जालौन। थाना कुठौन्द के अंतर्गत आने वाला गांव पारेन मैं सरनाम सिंह पुत्र कढोरै निवासी नीम गांव हाल मुकाम कुठौन्द की पुत्री की शादी 10 मई 2014 को हुई थी जिसकी दहेज लोभियों ने दिनांक 24 जुलाई 2020 को लगभग 4 बजे शाम आरती देवी पत्नी देवेंद्र कुमार पाल को पति देवेंद्र कुमार पुत्र राज नारायण ससुर- राजनारायण पुत्र मोहर सिंह, सास -ईश्वर वती ,देवर- मोहन आदि ने मिलकर मेरी पुत्री की हत्या कर दी जबकि संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मृतका के पिता ने अपनी पूरी जानकारी देते हुए कहा कि हमने अपनी पुत्री का विवाह है इनकी मांग के अनुसार दहेज में लगभग 10 लाख रुपये देकर विवाह रचाया था और दहेज का सामान अलग से दिया गया था इसके बावजूद भी इन लोगों को रुपयों की भूख बराबर बनी रही मेरी पुत्री के दो बच्चियां थी दिव्या 5 वर्ष दीपा 2 वर्ष लगभग छोड़कर दुनिया से चली गई इन लोगों की प्रकाशित करने की प्रक्रिया आए दिन बनी ही रहती थी जब यह लोग कहीं हार के जाते थे तो मेरी पुत्री को मकान के अंदर बंद करके बाहर से ताला लगाकर खेतों पर जाते थे इस संबंध में मृतका के पिता ने कई बार चंद भले लोगों के समक्ष बैठकर इस बात को सभी के बीच रखा था और इसके बावजूद भी यह लोग अपने कार्यशैली से बाज नहीं आए मृतका मृत्यु होने के बाद उसके शरीर पर कोई भी आभूषण नही थे क्योंकि यह लोग बहुत ही कठोर प्रवृत्ति के हैं इनके अंदर हम मानवता नाम की कोई चीज नहीं है 4:00 बजे घटना होने के बाद पुलिस को जानकारी हो गई लेकिन मृतका के पिता को 6:00 बजे जानकारी दी गई कि तुम्हारी पुत्री की मृत्यु हो गई है तभी सूचना मिलते ही मृतका के मायके के लोग ग्राम पारेन लगभग 6:30 बजे गांव पहुंचे तो वहां थाना पुलिस मौजूद थी इसके बाद तहसीलदार माधवगढ़ प्रेम नारायण प्रजापति तथा सीओ सुबोध गौतम एवं थाना प्रभारी निरीक्षक अरुणकुमार तिवारी क्षेत्रीय उप निरीक्षक राम चंद तथा हमराही सहित घटनास्थल पर मौजूद रहे मृतका के पिता ने अपने आप बीती कहानी को पुलिस के समक्ष रखा लेकिन उसको पुलिस विभाग द्वारा मद्देनजर किया गया जिसमें कोई विशेष कारवाही नहीं की जा रही है अपराधी मौके से फरार हैं जिसे पुलिस कतई ढूंढने का प्रयास नहीं कर रही है जबकि पुलिस ने मकान में ताला लगा दिया है लेकिन ताले को सील नहीं किया गया और उसकी चाबी ग्राम प्रधान के किशमान सिंह को सौंप दी गई लेकिन ऐसा नियम के अनुसार नहीं आना चाहिए कि पुलिस विभाग को भी अपने पास चाबी रखनी थी और ताले को सील करना था पुलिस विभाग द्वारा मृतका की लाश को सील कर विच्छेदन ग्रह उरई भेजी गई।