झांसी: बुंदेलखंड जनपद झांसी पिछले करीब साढ़े तीन साल से बन रहा रेलवे कोच नवीनीकरण कारखाना अब बनकर तैयार है। इन दिनों इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। यहां मशीनों को स्थापित किए जाने का काम पूरा हो चुका है। निर्माण एजेंसी अगले माह तक इसे रेलवे को सौंप देगी। प्रधानमंत्री से इसके लोकार्पण की तैयारियां चल रही हैं। रेलवे अफसरों का कहना है देश का यह पहला कारखाना होगा, जहां हाई स्पीड वंदे भारत के कोचों की मरम्मत होगी।करीब 456.89 करोड़ की लागत से बन रहे इस कारखाने में पुराने पड़ चुके कोचों को नए एलएचबी (लिंक हॉफमेन बुश) कोच में तब्दील किया जाएगा। इसका वर्ष 2019 में नगरा हाट के पास निर्माण आरंभ हुआ। यहां कुल नौ अलग-अलग शेड बनाए जा रहे हैं। कारखाने के भीतर अधिकांश कार्य मशीनों से होगा। यहां मेक इन इंडिया के तहत भारत में बनी मशीनें लगाई गई हैं जबकि पहले विदेशी मशीनों का ही वर्चस्व होता था। कई तकनीकी काम करने में रोबोट की भी मदद ली जाएगी।देश के कोच कारखानों में यह सबसे आधुनिक कारखाना है। हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत कोचों की भी यहां मरम्मत हो सकेगी। रेल अफसरों के मुताबिक कोच फैक्टरी का निर्माण कार्य करीब पूरा हो चुका। सभी निर्माणाधीन नौ शेड निर्मित हो गए हैं। इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री से कराए जाने की तैयारी है। पीएमओ से इन कोच फैक्टरी की सीधे निगरानी हो रही है। वहीं, जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि कोच फैक्टरी का काम करीब पूरा हो गया। यहां कोच मरम्मत कार्य भी जल्द शुरू होंगे। वंदे भारत कोचों की मरम्मत मार्च महीने में आरंभ होगी।