मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई- मे इन दिनों बिजली विभाग का एक अदना सा संविदाकर्मी विनय शुक्ला उर्फ रमलू शुक्ला चर्चा का विषय बना हुआ है कहने को तो यह मात्र एक संविदा कर्मी है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रमलू शुक्ला के इशारे के बिना विधुत विभाग हरदोई का पत्ता तक नही हिलता है।
इस संविदा कर्मी का रसूख कितना है इसका पता इसी बात से पता चलता है कि इतनी खबर चलने के बाद भी अभी तक कोई एफआईआर विनय शुक्ला पर दर्ज नही हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कल पीड़ित प्रशांत सिंह ने पुनःप्रार्थना पत्र रिश्वत मांगने वाले विनय शुक्ला के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने हेतु प्रार्थनापत्र जिलाधिकारी महोदय को दिया जिसको संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी हरदोई ने कोतवाली शहर के कोतवाल को तत्काल कार्यवाही करने का आदेश किया है।
जब इस बारे में पीड़ित से बात की गई तो उन्होंने अवगत कराया कि उनकी जानकारी में आया है कि विधुत विभाग के आला अधिकारी विनय शुक्ला के ऊपर एफआईआर दर्ज कराने के पक्ष में नही है* जिस कारण एफआईआर दर्ज नही हो पा रही है जिस कारण पीड़ित प्रशांत सिंह ने विधुत विभाग के उच्च स्तरीय अधिकारियों की मिलीभगत से विनय शुक्ला के माध्यम से अवैध बसूली करने का शिकायती पत्र जिलाधिकारी को दिया है प्रशांत सिंह ने बताया कि उन्हें जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक पर पूरा भरोसा है कि उनके साथ न्याय होगा
प्रशांत सिंह ने वाइरल ऑडियो की सीडी व शिकायती पत्र शहर कोतवाली में दे दिया है जिस पर जल्द ही कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर एक अदने से संविदा कर्मी पर एफआईआर लिखने के लिए शहर हरदोई की पुलिस कन्नी क्यो काट रही है आखिर वह कौन सी ताकत है जो विनय शुक्ला का बचाव कर रही है।अब देखना यह है कि आखिर सब सभी चीज़े शीशे की तरह से साफ है तो एफआईआर कब दर्ज होगी यह सबसे बड़ा सवाल है