हापुड़ से मूलशंकर की रिपोर्ट
लाकडाउन 4.0 के आगाज के बाद घर वापसी को प्रवासी मजदूरों का आना व दस्तूर जारी जोकि गढमुक्तेश्वर तीर्थ नगरी पर एकत्रित हो रहे है। जिससे तीर्थ नगरी पर हजारो की संख्या में मजदूरो ने घर वापसी आ रही बाधाओं के चलते हंगामा किया। जिसकी सूचना पर डीएम अदिति सिंह व पुलिस के आला अधिकारियों ने आनन फानन में पहुंच कर स्थिति को संभाला वहीं पुलिस को सूचना मिली कि 4 ट्कों में सवार करीब 300 बिहार निवासी कामगार ब्रजघाट पहुंचे जिन्हें ट्रक चालक तीन हजार रूपये प्रति सवारी की दर से बिहार पहुंचाने को कहकर दिल्ली से लाये थे जिन्हें ब्रजघाट पुल पर अमरोहा जनपद की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया गया जिससे ट्रक चालक मजदूरों से पैसे वसूल करके उन्हें वहीं उतारने लगे तो हापुड़ पुलिस ने पहुंचकर सभी मजदूरों का ट्रक चालकों से किराया वापिस कराकर श्रमिकों को बस द्वारा उनके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया।
एडीएम जयनाथ यादव ने बताया कि जनपद में रोडवेज बसों के अलावा प्राईवेट बसों को अनुग्रहित किया गया है। जिन्हे सभी सुरक्षा उपकरण व सैनेटाईज करके प्रवासियों को उनके गृह जनपद के लिए भेजा जा रहा है। बता दें जनपद में मजदूरों के बाहरी राज्यों से आने के कई मार्ग हैं लेकिन पूर्वांचल की तरफ जाने का एकमात्र रास्ता गढ गंगा का पुल ही है प्रशासन द्वारा पन्द्रह हजार मजदूरों को बिहार यूपी के 30 जिले के प्रवासियों को विभिन्न बसों से भेजा गया है। अमरोहा पुलिस की नाकेबंदी से ब्रजघाट में श्रमिकों का सैलाब उमड रहा है। प्रशासन द्वारा हापुड़ पिलखुवा व ब्रजघाट से मजदूरों को उनके गंतव्य तक भेजा जा रहा है। वहीं हरियाणा के पंचकुला से थ्रीव्हिलरों में सवार होकर रामपुर के मिलक जा रहे मजदूरों को अमरोहा पुलिस ने गंगा पुुल पर डन्डे मारकर भगा दिया मिलक निवासी धर्मवीर ने ब्रजघाट पुल पर वापस आकर अपनी व्यथा हापुड़ प्रशासन को बताई।
थाना बाबूगढ प्रभारी उत्तम सिंह राठौड का मानवीय कार्य जनपद में चर्चा का विषय बना है। जहां इन्सपैक्टर राठौड़ ने मानवता दिखाते हुये सैकडों प्रवासियों को रोककर भोजन कराते हुये अबोध बच्चों को दूध के पैकटों का वितरण किया प्रवासी गरीब मजदूर ने हापुड़ पुलिस द्वारा की जा रही मानवता की भूरी प्रशंसा करते हुये अपने गंतव्य को चले गये।