हापुड़ से मूलशंकर की रिपोर्ट
हापुड़ । गंगा की तलहटी में दुष्कर्म की शिकार 6 वर्षीया मासूम बच्ची की हालत मेरठ में नाजुक है। जबकि वारदात के 48 घंटे बाद भी पुलिस की गिरफ्त से आरोपित दूर हैं। हालांकि एएसपी सर्वेश मिश्रा का कहना है कि दरिंदगी करने वालो की धरपकड़ को 8 टीमें जुटी है। बतादें गुरूवार शाम 6 बजे गढमुक्तेश्वर के गंगा खादर के एक गांव से घर के बाहर खेल रही 6 वर्षीय मासूम बच्ची को 2 बाईक सवार उठाकर ले गये। ग्रामीणों की सूचना पर परिजनों ने घंटों बच्ची को आसपास के क्षेत्र में ढूंढा । रात्रि में पीड़ित परिजन बच्ची के ना मिलने पर ग्रामीणों के साथ कोतवाली पहुंचे। सूचना पर एएसपी ने रात्रि में ही गढ जाकर मासूम बच्ची की तलाश में हापुड़ जनपद के साथ निकटवर्ती अमरोहा जनपद की गजरौला पुलिस का भी सहयोग लिया गया। शुक्रवार सुबह मासूम घर से 3 किमी दूर स्थित गंाव मढैया के जंगल में लहुलुहान हालत में बेहोश मिली। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को ईलाज केा हापुड़ के सरकारी अस्पताल भेजा। जहां शाम तक बच्ची की हालत में सुधार ना होने पर उसे राित्र में मेरठ रेफर कर दिया गया। प्रत्यदर्शियों के अनुसार नग्न अवस्था में मिली मासूम के शरीर पर जगह जगह चोट व खरोंच के निशान है। अस्पताल में मासूम के किसान पिता ने बताया कि दरिंदों ने बच्ची की जिन्दगी नरक बना दी है। ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ने पर तनाव को देखते हुए शुक्रवार रात्रि 10 बजे एसपी संजीव सुमन ने घटनास्थल का दौरा कर बारीकि से निरीक्षण किया। सीओ का कहना है कि प्रथम दृष्टतया मासूम के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। स्लाइड बनाकर जांच के लिए लैब भेज जा रही है। अज्ञात के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म व पास्को एक्ट के मुकदमें में मासूम के बयान अहम रहेंगे। जिन्दगी व मौत से जूझ रही बच्ची के होश में आने से पुलिस की कार्यवाही तीव्र होगी हालांकि कुछ संदिग्धो को पकडकर पूछताछ जारी है। शनिवार दोपहर एडीजी राजीव सवरवाल ने हापुड़ एसपी आॅफिस आकर अधिकारियों को आरोपितों की गिरफतारी को दिशा निर्देश जारी किये।