हापुड़ से मूलशंकर की रिपोर्ट
प्रदेश के प्रमुख तीर्थस्थल गढमुक्तेश्वर के ब्रजघाट पर वर्ष 2020 में सावन के प्रथम सोमवार 6 जुलाई को गंगा स्नान पर प्रतिबन्ध के साथ कांवड़ भी नहीं उठने दी जाएंगी। जबकि प्रत्यके वर्ष यहां लाखों कांवड़िये पुण्य अर्जित कर भगवान शंकर पर जलाभिषेक को जल लेकर जाते हैं। उक्त कांवड़ उठने का सिलसिला सावन माह के पांचों सोमवार को चलता जोकि लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं का होता वह प्रतिबंधित रहेगा। जिसका मुख्य कारण कोरोना संक्रमण के कारण शासन के आदेशों का पालन करना है। उल्लेखनीय है कि आसपास के जनपदों के साथ गंगा पार के मुरादाबाद, अमरोहा, बरेली, रामपुर आदि में सावन के प्रत्येक सोमवार को भक्तजन शंकर पर जल चढ़ाते हैं। कांवड़ियों के ब्रजघाट से गंगाजल लेकर जाने के कारण पुलिस प्रशासन हमेशा रूट डायवर्जजन लागू करता है लेकिन इस बार सभी जगह प्रशासन ने कांवड यात्रा स्थगित कर दी है। एएसपी सर्वेश मिश्रा ने ब्रजघाट किनारे पुरोहितांे, गंगा आरती समीति पुजारियों आदि की बैठक ले दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण गुरू पूर्णिमां यानि रविवार को भी कोई गंगा स्नान नहीं होगा तथा केन्द्र व प्रदेश सरकार की गाईड लाईन का पालन करते हुए घाटो पर सामूहिक भंडारे या भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जायेगी। धार्मिक कार्येा को प्रतिबंधित कर केवल अंतिम संस्कार व अस्थि विसर्जन को आने वालों को ही प्रवेश दिया जायेगा। वहीं गंगा में नाव का संचालन भी नहीं होगा। लाउड स्पीकर लगाकर मृत्यु कार्यक्रम में आने वालों को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मास्क लगाने को जागरूक किया जायेगा। गंगा पुल के रास्ते मुरादाबाद की तरफ आने जाने वाले रास्तों पर बैरिकेटिंग लगाकर कांवड़ियो को प्रतिबंधित किया जायेगा ताकि ब्रजघाट पर जन सैलाब ना उमड़े। वहीं एसडीएम विजयवर्धन तोमर ने कहा कि एक महीने ब्रजघाट पर कफ्र्यू जैसा माहौल रहेगा जोकि कोरोना से जंग जीतने को अति आवश्यक है।