सतीश कुमार दुबे की रिपोर्ट
सावन मेला प्रारंभ होने से पहले सड़क के किनारे जंगली बबूल के पेड़ हटाए जाने को लेकर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन भी किया गया था मेला 15 दिन बीत चुका है लेकिन वन विभाग और पीडब्ल्यूडी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
मेला समिति के शीतला प्रसाद सिंह उर्फ मदन सिंह द्वारा खंड विकास अधिकारी से इस मामले की शिकायत की दर्जनों सफाई कर्मी लगाकर सड़क के किनारे लटक रहे बबूल के जंगली पेड़ों को काट कर हटाया गया जिससे कंवारिया और श्रद्धालुओं को आने जाने में किसी प्रकार की कोई समस्या ना उत्पन्न हो और पैरों में कांटे ना चुभे।
गुरुवार की सुबह 9:00 बजे से लेकर दोपहर 1:00 बजे तक दर्जनों सफाई कर्मी करनपुर खूझी गांव से लेकर जगदीश गढ़ चौराहे बाबा बेलखरनाथ धाम जाने वाली सड़क के किनारे बारिश से जंगली बबूल का पेड और अधिक लटक रहा था इससे बाईक चार पहिया वाहनों को आने जानें में दिक्कत हो रही थी।
महीनों तक चलने वाले सावन मेले को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया पर लगातार खबरें प्रकाशित की गई थी लेकिन विभाग द्वारा इसमें कोई लाभ नजर नहीं आया इसलिए सड़क के किनारे लटक रहे जंगली बबूल के पेड़ को हटाने की जहमत नहीं उठाई। सप्ताह भर इंतजार करने के बाद सफाई कर्मी को लगाकर जंगली बबूल के पेड़ को हटाया गया।