महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश होते हुए जा रहे थे अपने घर, फ़तेहपुर में यातायात पुलिस की पड़ी नजर
हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
फतेहपुर ,मजदूरों का पलायन रूक नहीं रहा। इस अनिश्चित कालीन लॉकडाउन के कारण बेरोगार हुए मजदूर की किसी भी तरह अपने घर पहुँचने का प्रयास कर रहे हैं। सोमवार को महाराष्ट्र से अपने घर के लिए निकले मजदूर कभी पैदल और कभी कोई वाहन के सहारे अपना रास्ता तय कर रहे हैं। भूख प्यास से बेहाल मजदूर उत्तर प्रदेश -मध्यप्रदेश के बार्डर पर तरबूज के ट्रक में छिपकर प्रयागराज जा रहे थे लेकिन फतेहपुर में पकड़े गये और सभी को 14 दिन के क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया गया है। बता दें कि लॉकडाउन के एक महीना बीत जाने के बाद भी अभी लॉकडाउन हटने की संभावना नहीं नजर आ रही है। जिससे मजदूरों की हिम्मत टूटती जा रही है। ऐसे हालत में हर मजदूर अपने गांव जाना चाहता है। महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश के रास्ते उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के लिए निकले 17 मजदूर घर तो नहीं पहुँच सके। आज फतेहपुर जिले की पुलिस ने मलवां थाना क्षेत्र की सहिली क्षेत्र में ब्लीचिंग लदे ट्रक में कुछ मजदूर और सदर कोतवाली के जयराम नगर में तरबूज लदे ट्रक में 17 मजदूर उस समय पकड़ लिये गये जब जिले की पुलिस वाहनों की सघन चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने सभी 17 मजदूरों को शहर के महात्मा गांधी डिग्री कालेज में बने क्वारंटीन सेन्टर में 14 दिन के लिए भर्ती करा दिया गया है। क्षेत्राधिकारी कपिल देव मिश्र ने बताया कि फतेहपुर जिले में अभी तक एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला नहीं मिला है। इसलिए बाहर से आने वालों पर प्रशासन की सघन निगरानी रहती है कि अब कोई भी व्यक्ति जिले में संक्रमण न फैला सके। इसी क्रम में बाहर से आने वाले वाहनों व अन्तरजनपदीय सीमाओं पर सघन जांच की जा रही है। आज घाटमपुर क्षेत्र की तरफ से प्रवेश करके फतेहपुर जनपद में घुसे ट्रकों को शंका होने पर मलवां तथा सदर कोतवाली क्षेत्र के जयराम नगर में यातायात पुलिस ने सघन चेकिंग अभियान चलाया। यातायात पुलिस ने जब ट्रक रुकवाया और तलाशी की तभी ट्रक से 17 मजदूर जो इस ट्रक से प्रयागराज जा रहे थे, पकड़ लिये गये। जिन्हें क्वारंटीन सेन्टर में भर्ती कराया गया है। जिन्हें 14 दिन के बाद जांचोपरांत रिपोर्ट नगेटिव पाये जाने पर छोड दिया जायेगा।