- लाॅकडाउन में प्रतिदिन वर्किंग समय में किसान ले सकते हैं जानकारी
- वैज्ञानिक फोन पर ही बताएंगे समाधान, पशुपालकोें को भी देंगे सलाह
हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
खागाः लाॅकडाउन में घर से निकलना प्रतिबंधित है। ऐसे में चाहे स्कूल हो या फिर खेती से जुड़ा प्रशिक्षण सबकुछ बंद है। अब केवल आॅनलाइन ही एकमात्र सहारा है। ऐसे में कृषि विज्ञान के वैद्यानिकों ने अब किसानों को कृषि संबंधी जानकारी आॅनलाइन देने का फैसला किया है। वैज्ञानिक किसानों को वाट्सएप से जोड़ रहे हैं। जल्द ही किसानों को आॅनलाइन कृषि संबंधी जानकारी दी जाएगी। किसानों को खेती संबंधी जानकारी देने के लिए कृषि वैज्ञानिक गांव में गोष्ठी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में वे आधुनिक तकनीकी के साथ ही खेती से जुड़ी जानकारी और मवेशियों की बीमारी व बचाव के साथ ही अन्य बातों को किसानों तक पहुंचाने में सक्षम नही हैं। मृदा वैज्ञानिक डा. प्रेमदान पाल ने बताया कि लाॅकडाउन में अब किसानों को आॅनलाइन समस्याओं का समाधान मिलेगा। वे वैज्ञानिकों के नंबर पर फोन कर उनको अपनी समस्या बताएं। इन समस्याओं का समाधान भी वैज्ञानिक फोन पर ही बताकर किसानों को आने वाली परेशानी से बचा सकते हैं। इतना ही नही पशुपालकोें को भी उचित सलाह वैज्ञानिक देंगे, जिससे अच्छी पैदावार हो और मवेशी भी स्वस्थ रहें।
इन नंबरों पर मिलेगी जानकारी
वैज्ञानिक
पशुपालन 98809466363
फसल सुरक्षा- 9452247111
उद्यान विभाग- 9554448509
मृदा प्रयोगशाला- 8853041877
कृषि विभाग- 9452610854