हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
किशनपुर फतेहपुर । किशनपुर थाना क्षेत्र के गढा में शनिवार शाम यमुना नदी में नौका संचालन से राहगीरों को आर पार कराने की सूचना पर चंदापुर चौकी प्रभारी रामजीत कांस्टेबल शशिकांत संगोलीपुर घाट पहुंचे जहां उस पार से आ रही सवारी भरी नाव को रोकने नाव से जा रहे थे तभी बीच धारा में पहुचते ही तेज हवा का झोंका आया और नाव पलट गई। नाव में सवार दरोगा रामजीत कांस्टेबल शशिकांत नौका चालक राजू डूब गये तभी नौका पलटने की सूचना पर तत्काल भारी पुलिस बल समेत क्षेत्राधिकारी पुलिस कप्तान पहुचे जहां गोताखोरों की मदद से ढूंढ़ा जा रहा है जाल भी लगाया गया पर रात 09:00 बजे तक किसी की तलाश नहीं हो सकी सभी अधिकारी मौके पर मौजूद।
लॉकडाउन की निगरानी करने नाव से बांदा सीमा में जा रहे थे
आसपास के पचास गोताखोरों को लगाकर देर रात तक खोजबीन चलती रही। तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो जाने से खोजबीन में में काफी दिक्कत आती रही।
किशुनपुर थाने में तैनात 50 वर्षीय दारोगा रामजीत यादव निवासी जौनपुर, 26 वर्षीय सिपाही शशिकांत निवासी कासमाबाद जिला गाजीपुर व निर्मल यादव के साथ संगोलीपुर मड़ैयन घाट में ठहरे बिहारी मजदूरों को खाना देने गए थे, तभी पता चला कि उस पार बांदा जनपद से कुछ लोग लॉकडाउन तोड़कर इस पार आ रहे हैं।
दारोगा ने बिहारी मजदूर रविकुमार की मत्स्य आाखेट की नाव में बैठकर सिपाही शशिकांत के साथ नाव से उस पार जा रहे थे। नदी के बीच धारा में पहुंचते ही तेज हवा के साथ बारिश होने लगी जिससे नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें दारोगा, सिपाही व नाविक डूब गए। खबर मिलते ही प्रशासनिक अफसर मौके के लिए रवाना हो गए। नाव सवारों को खोजने के लिए गोताखोरों ने नदी में जाल बिछाया लेकिन देर रात तक कोई नहीं मिला।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि सरकारी कार्य के लिए दारोगा व सिपाही नाव से लॉकडाउन की निगरानी करने निकले थे लेकिन तेज बहाव की वजह से नाव पलट गई। जिससे नदी में जाल डलवाकर गोताखोरों की मदद से ढुंढवाया जा रहा है लेकिन देर रात तक दारोगा, सिपाही व नाविक नहीं मिले हैं।
नई अपडेट
रेस्क्यू ऑपरेश रोका गया सुबह चार बजे पुनः सुरु होगा रेस्क्यू ऑपरेशन बनारस से एक एनडीआरएफ की टीम रवाना हो चुकी है और बांदा से जीआरपी की टीम इनके साथ सुबह 4 बजे से पुनः रेस्क्यू ऑपरेशन शुरूरु किया जाएगा अभी फिलहाल निगरानी की जाएगी घाट पर।