हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
फतेहपुर, लॉक डाउन के बाद गरीब परिवारों के खाने पीने की समस्याओं को देखते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा गरीब परिवारों को हर माह दिया जाने वाला राशन तत्काल उपलब्ध कराए जाने का निर्देश दिया गया है। जिस पर खाद्य एव रसद विभाग द्वारा पात्र गृहस्थी अंत्योदय आदि योजनाओ के तहत सरकारी राशन का वितरण किया जा रहा हैं। इन योजना के पात्रों के लिये कोरोना संक्रमण से बचने के लिये सोशल डिस्टेंस समेत अन्य सरकारी निर्देश हवा हवाई साबित हो रहे है। कोटेदारों के यहां न तो हाथों को सेनेटाइज करने की उचित व्यवस्था दिखी न ही सोशल डिस्टेंस की दूरी का मानक ही दिखाई दिया। अधिकतर दुकानों के सामने राशन लेने के लिये लोगो की उमड़ती भीड़ मौजूद रही।
राशन की दुकान के बाहर लगी भीड़।
की जल्दी में सोशल डिस्टनसिंग का मजाक बनता ही दिखाई दिया। लॉक डाउन के कारण गरीब परिवारों को सरकार द्वारा हर माह उपलब्ध कराए जाने वाले सरकारी राशन की योजना में इस बार श्रम विभाग या नगर निकाय में पंजिकृत श्रमिक अथवा मनरेगा योजना के श्रमिकों के अलावा अंत्योदय योजना के लाभार्थियों को निशुल्क खाद्यान उपलब्ध कराया जाना है।
लॉक डाउन के दौरान काम धंधा बन्द होने के कारण अधिकतर लोगों के सामने दो जून का संकट है ।
ऐसे में सरकार की योजनाओ का लाभ लेने के लिये भीड़ उमड़ रही है।
जिला प्रशासन द्वारा कोटेदारों को राशन लेने आये लोगो के लिये राशन की दुकान के सामने हाथों को सेनेटाइज करने व सोशल डिस्टेंस पालन कराते हुए राशन वितरण का निर्देश दिया था। लेकिन शहर व गांवों में जगह जगह राशन की दुकानो में न तो सेनेटाइज की कोई व्यवस्था दिखी वही सोशल डिस्टेंसिन का मानक हवा हवाई ही दिखाई दिया जगह जगह लोगो की भीड़ कोरोना संक्रमण को बढ़ावा देती नजर आयी। ज़्यादा तर जगहों पर सर्वर न होने के कारण लोग परेशान होते नज़र आये।
कोटे दार भी सर्वर का इंतज़ार करते रहे
वहीँ लोगों का कहना था कि जब तक लागड़ौन लगा हुआ है अगर सरकार बिना फिंगर के राशन वितरण के आदेश करदे तो जनता को काफी राहत मिलजाए भीड़ की समस्या भी कम हो जाये।लोग घण्टों घण्टों भीड़ लगाए बैठे रहते हैं सर्वर के इंतज़ार में।