हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
फतेहपुर। अवैध खनन को लेकर इन दिनों जनपद फतेहपुर सुर्खियों में है। जहां रात के अंधेरे में जेसीबी की गर्जना का शोर जंगल मे सुनाई पड़ना आम बात है खनन माफिया सेटिंग गेटिंग अवैध खनन रात के अंधेरे में करते है। जिससे ग्रामीणों व क्षेत्रीय किसानों में आक्रोश व्याप्त है।ग्रामीणों के आक्रोश को नजरअंदाज करना खनन संचालक को भारी पड सकता है। ताजा मामला कल्यानपुर थाना क्षेत्र के कंकराबाद गांव का है। जहाँ बीते बुद्धवार की रात के अंधेरे में खनन किया गया। ग्रामीणों के विरोध पर परमीशन का हवाला देकर आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराने का हरसंभव प्रयास किया गया। विरोध बढने पर खनन बंद कर दिया गया। ग्रामीणों नें बताया मात्र कुछ देर के खनन नें गांव की कई समस्या को उत्पन्न कर दिया है। जैसे नाली ,खरंजा,रोड जो लाखों करोड़ों की खिदमत से उत्तर प्रदेश शाशन द्वारा बनवाए गए थे। जिन्हें एक दिन के खनन में चलने वाले बडे बडे वाहन ट्रैक्टर ट्राला, डम्फर बर्बाद कर रहे हैं। गाँव के विकास को अथक प्रयासों के चलते गांव के विकास को कराया जाता है। इसे खनन संचालक एक रात में ही गांव के संपूर्ण विकास को नष्ट कर देते हैं। यदि परमिशन है तो खनन रात के अंधेरे में ही क्यों किया जाता है। गुपचुप तरीके से इस बार दुस्साहस करने पर ग्रामीणों ने खनन संचालकों के खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से विरोध करने की योजना बनाई है।