हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
बिंदकी। जैसे-जैसे पांच अगस्त की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे हिंदुओं का उत्साह बढ़ता जा रहा है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल पूरी तैयारियों में जुटा हुआ है। गुरुवार की देररात बजरंग दल प्रान्त संयोजक जिले से एकत्रित की गई पवित्र स्थानों की मिट्टी को लेकर अयोध्या के लिए रवाना हुए। कार्यकर्ताओं ने ठोल नगाडों के साथ जय श्री राम के जयकरे लगाकर उन्हें विदा किया।
पांच अगस्त को प्रधानमंत्री अयोध्या पहुँच कर प्रभु राम के मंदिर निर्माण की आधारशिला रखेगें। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद ने पूरे देश से धार्मिक, शहीद स्थलों की पवित्र मिट्टी व पवित्र नदियों का जल एकत्रित कर अयोध्या पहुँचने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं को दी थी। कार्यकर्ताओं ने दो दिन में जिले के पवित्र स्थानों की मिट्टी व नदियों का जल एकत्रित किया था। गुरुवार देररात एकत्रित मिट्टी व जल को बजरंग दल प्रान्त संयोजक आचार्य अजीत राज को दिया। प्रान्त संयोजक मिट्टी व जल लेकर रामजन्म भूमि अयोध्या के लिए निलके। इस दौरान कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला। कार्यकर्ता ठोल नगाड़ो के साथ जय श्री राम, भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। प्रान्त संयोजक आचार्य अजीत राज ने कहा कि 500 सालो से जिस दिन की प्रतीक्षा हो रही थी, वह पूरी हो रही है। पूरे देश मे उत्साह दिख रहा है। उन्होंने कहा कि मंदिर तो 1992 में ही स्थापित हो गया था। सवाल यह था कि हमारे आराध्य प्रभु राम तिरपाल से कब आजाद होगें। अब वह समय भी आ गया है। भगवान का भव्य मंदिर बनने जा रहा है। जिला संयोजक शैलेष सिंह ने कहा कि यह हिंदुओं के लिए गर्व की बात है। विश्व के सबसे भव्य मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में मन्दिर निर्माण के बाद मथुरा व काशी में अवैध मस्जिदों को हटाने की लड़ाई लड़ी जाएगी। देश मे कहि पर भी हिंदू धार्मिक स्थलों पर मस्जिद नहीँ रहेगी। इस मौके पर सह जिला संयोजक महेश प्रजापति, रंजीत सिंह परिहार, जिला गौ रक्षा प्रमुख अमित सिंह, प्रखंड संयोजक शिवम चौरसिया, वतन आजाद, पंकज कुमार गुप्ता, राहुल सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पांच को मानेगी दिवाली व होली
जिला संयोजक शैलेष सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए रामभक्त अयोध्या नहीँ जा पा रहे है। इस लिए सभी कार्यकर्ता अपने-अपने स्थानों पर ही खुशी मनाएंगे। इस दिन दीपावली व होली एक साथ मनाई जाएगी। मंदिरो पर पूजापाठ के साथ प्रसाद वितरण होगा। एक दूसरे को अवीर लगाकर होली मनाई जाएगी। शाम को घरों पर दीप जलाकर व आतिशबाजी छुड़ा कर दिवाली मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसकी तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गयी है। सभी प्रखंडों पर बैठके हो रही है। अधिक से अधिक गाँवो में कार्यक्रम करने की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है।