हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
फतेहपुर/हुसैनंगज थाना क्षेत्र में गरीब मजदूर की बेसकीमती जमीन का सौदा कराने के बाद युवक द्वारा 10 लाख की रकम हड़पने का मामला प्रकाश में आया है जिसमें मजदूर ने जिलाधिकारी सहित पुलिस को लिखित तहरीर भेजकर कार्यवाई की मांग की है। जानकारी अनुसार मामला हुसैनंगज थाना क्षेत्र के रहिमापुर मजरे पिलखिनी गांव निवासी रमेश लोधी पुत्र गजराज लोधी का है जहां प्रार्थी अपनी बहन शुशीला देवी पत्नी लाल बहादुर निवासी खलीफापुर के यहां कई वर्षो से रहकर मजदूरी का काम करता है। प्रार्थी की बेसकीमती खेत रहिमापुर गांव में मौजूद हैं जिसको प्रार्थी बेचना चाहता था कई लोगों से चर्चा करने के बाद रंजीत प्रसाद पुत्र स्वार्गीय राम प्रसाद निवासी सरदारपुर थाना बिंदकी जो कि मिठ्ठूपुर में रहता है वहीं प्रार्थी रमेश लोधी ने बताया कि रंजीत प्रसाद बोलेरो गाड़ी से आए और इसके बाद खेत बेचने को लेकर बात हुई जिस पर रंजीत प्रसाद ने प्रार्थी रमेश लोधी को लालच देकर खेत बेचवाने की बात कही और प्रार्थी रमेश लोधी को विश्वास दिलाकर उसका दिल जीत लिया बाद इसके 27-7-2020 को लगभग सवा छ: बीघा जमीन 12 लाख रूपये में सौदा कराकर सुरेश पुत्र अर्जुन सिंह गोल्हरी व श्री मती रंजना बाला को बैनामा करा दिया और बेइमानी की नीयत से धोखाधड़ी करने पर उतारू हो गया जिसके बाद पूरे 12 लाख रुपए लेकर रंजीत घर चला गया और जब दूसरे दिन पैसा लेने उसके घर गया तो उसने खाते मे डालवाने की बात कही जिसके बाद काफी सिफारिश करने के बाद भी हीलाहवाली देकर टहलाता रहा। प्रार्थी के इधर उधर चक्कर काटने के बाद पैसा नहीं मिला तो प्रार्थी रमेश लोधी ने अपने बहन बहनोई को रंजीत प्रसाद के घर लेकर गया तो 02/08/2018 को 2 लाख रुपए मेरे खाते मे डाला शेष 10 लाख रुपए की मोटी रकम बाद में देने को कहा लेकिन सालों बीत जाने के बाद अभी तक गुमराह करता रहा और पैसा नहीं दिया इसके बाद गांव के लोगों को लेकर पैसे लेने रंजीत प्रसाद के घर गया तो रंजीत द्वारा 2 चेक बैंक आफ बडौदा की चेक संख्या 68578 दूसरी 67577 दी गई। जिस पर 1 लाख 25 हजार रुपये रकम की चेकों को बैंक में लगाया जो लेकिन बैंक में पैसा न होने की वजह से चेक बाऊंस हो गई।वहीं चेक बाऊंस होने की बात बताने के लिए प्रार्थी रंजीत के घर गया उसी दौरान रंजीत आग बबूला हो गया और प्रार्थी रमेश को गाली गलौज कर मारपीट करने लगा और धमकी देते हुए कहा कि जो करना हो कर ले मगर पैसा अब नहीं दूंगा वहीं प्रार्थी रमेश ने बताया कि मुझे जानमाल का खतरा है वहीं जमीन खरीदार भी गवाह के रूप में बताया कि रमेश लोधी का पैसा हड़प होने के बाद कई जगह लिखित तहरीर दी गई लेकिन सब ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है वहीं प्रार्थी ने घटना की सूचना कोतवाली सदर फतेहपुर में दी गई थी मगर वहां भी सुनवाई नही हुई जिसके बाद प्रार्थी रमेश द्वारा जिला अधिकारी पुलिस अधीक्षक को पुनः लिखित तहरीर देकर 10 लाख दिलाए जाने की मांग की है।