कई बार चक्कर काटने के बावजूद नहीं मिला महिला को शौचालय
हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
फतेहपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लगातार स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत को लेकर कई प्रकार के योजनाओं को लागू किया गया है जिससे बाहर शौच क्रिया पर पाबंदी पूर्ण रूप से लगाई जा सके स्वच्छ होगा भारत तभी तो स्वस्थ होगा भारत का नारा दिया गया जहां केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण का शुभारंभ किया गया। भारत सरकार द्वारा शौचालय निर्माण पर गंभीरता दिखाई गई जिसके तहत करोड़ों शौचालय गरीब परिवारों को मिले जिससे खुले में शौच भारत सरकार के संकल्प को ऊंचाइयों मिली समूचे विश्व में स्वच्छ भारत मिशन की जमकर सराहना हुई। लेकिन विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही, से आम ग्रामीणों को सार्वजनिक योजनाओं से भी मरहूम रखा जा रहा है। जिससे आम ग्रामीणों तक शासन की सभी योजनाएं नहीं पहुंच पा रही हैं। ताजा मामला जनपद के मलवां विकासखंड के गुनीर मजरे मुरादीपुर का है। जहां खुले में शौच के चलते कई बार सर्पदंश का शिकार होने से बाल-बाल बचे परिवार ने अधिकारियों व कर्मचारियों के चक्कर लगाने के बाद आजिज आकर कर्ज लेकर शौचालय निर्माण कराने के संकल्प से तरह-तरह की चर्चाओं का माहौल गर्म है। जहां महिला नीतू देवी पत्नी सुनील ने बताया कि योजना के कई वर्ष बीतने के बावजूद आज तक हमें शौचालय नहीं मिला है। छोटे-छोटे बच्चों के साथ पूरे परिवार को खुले में शौच के लिए मजबूरन जाना पड़ता है जहां कई बार बडी बडी घास फूस के बीच मौजूद सांप बिच्छू से भी आमना सामना हो जाता है। जिससे जान का खतरा भी परिवार को रहता है। आरोप है।कई बार शौचालय की मांग ब्लाक में मौजूद कर्मचारियों व अधिकारियों से की गई। जहां अनसुनी और ना उम्मीद ही हाथ लगी।मजबूरन कर्ज लेकर शौचालय निर्माण कराना पड़ रहा है।