हरिओम दिवाकर की रिपोर्ट
फतेहपुर। भारतीय स्टेट बैंक की टेनी शाखा ढकौली में उपभोक्ताओं के साथ लाखों के घोटाले का मामला प्रकाश में आया है। शुक्रवार को उपभोक्ताओं ने ग्राहक सेवा केंद्र का घेराव कर जमकर हंगामा काटा तब कहीं पुलिस प्रशासन और स्टेट बैंक के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसी तरह उपभोक्ताओं को पैसे दिलाने का आश्वासन देकर शांत किया। वहीं कई वर्ष पूर्व भी सदर तहसील के अंतर्गत एसबीआई के तीन ग्राहक सेंवा केंद्रों में गबन का मामला उजागर हुआ था।
शुक्रवार ढकौली में स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया के ग्राहक सेवा केंद्र में सैकड़ों उपभोक्ताओं ने घेराव किया जिसमें भारी संख्या में पुरुष व महिलाएं शामिल थी उपभोक्ताओं का आरोप था की इस शाखा में उनसे लाखों रुपए जमा कराए गए और पिछले कई दिनों से शाखा को बंद कर संचालक फरार है। इसकी शिकायत भी उन्होंने उच्चाधिकारियों से की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। सैकड़ों उपभोक्ताओं से भारी रकम जमा कराई गई है जो एक करोड़ से ऊपर की है और अब संचालक अमित कुमार गुप्ता फरार है। सूचना पाकर मौके पर स्टेट बैंक के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी गण पहुंचे जिन्होंने उपभोक्ताओं को समझा-बुझाकर घंटों बाद शांत करने में सफलता प्राप्त की और आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच की जाएगी और हर उपभोक्ता का पैसा वापस दिलाया जाएगा।
उपभोक्ताओं ने बताया कि पिछले 6 सालों से एसबीआई का यह ग्राहक सेवा केंद्र संचालित है जिसमें क्षेत्र के कई सैकड़ा उपभोक्ताओं से भारी रकम जमा करवाई गई लेकिन अब संचालक उसने कई दिनों से ताला बंद कर फरार है अपनी जमा रकम वापस प्राप्त करने के लिए वह मजबूरन आंदोलन पर उतारू हुए हैं शुक्रवार सुबह ही सैकड़ों महिलाओं व पुरुषों ने ग्राहक सेवा केंद्र का घेराव किया और रास्ते को भी अवरुद्ध कर दिया जिससे आवागमन ठप हो गया और अफरा-तफरी मच गई इसकी सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। उसके बुलाने पर स्टेट बैंक के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। आपको बता दें कि इससे पहले भी कई वर्ष पूर्व सदर तहसील क्षेत्र में एसबीआई के तीन ग्राहक सेवा केंद्रों में लाखों का गबन हुआ था और शाखा संचालक खातेधारकों का पैसा लेकर रफूचक्कर हो गया था उस समय भी इसी तरह जमा खातेधारकों ने हंगामा काटा था और पुलिस ने मामले को संज्ञान में ले कर खातेधारकों को शांत कराकर दोषियों के खिलाफ कार्य वाही करने व खातेधारकों का पैसा वापस करवाने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक घपलेबाज दोषी नहीं पकड़े गए और बहुत से खातेदारों को पैसा भी नहीं मिला जिसने एफ आई आर की उसका ही पैसा वापस हुआ था।वहीं यह स्थिति सरकारी बैंकों की ही नहीं है इससे पहले कई प्राईवेट बैंके जेवीजी तथागत पल्स पीयरलेस रोज वैली सहकारिता इत्यादि बैंकों ने भारी लालच देकर गरीब भोली भाली जनता को करोड़ों का चूना लगाकर रफूचक्कर हो गए व उनकी गाड़ी कमाई का पैसा लूट ले गए ।