अरुण विकास पाठक की रिपोर्ट
बेटी से शादी करने वाले युवक व उसके परिजनों पर लूट का फर्जी मुकदमा लिखाने में सिपाही की पत्नी फंस गई है। पुलिस ने लूट का मुकदमा खारिज कर सिपाही की पत्नी के खिलाफ न्यायालय में रिपोर्ट भेज दी है।
कोतवाली क्षेत्र निवासी एक सिपाही कानपुर में तैनात है। उसने चार अक्तूबर 2020 को जनपद एटा के थाना जैथरा क्षेत्र के पटसुआ गांव निवासी सतेंद्र कुमार पर बेटी को ले जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था।इस मामले में जब पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाया तो युवती ने खुद को बालिग साबित करते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इस पर हाईकोर्ट के आदेश पर दर्ज मुकदमा खारिज हो गया था।
इसी रंजिश में पिछले सप्ताह सिपाही की पत्नी ने कोर्ट के आदेश पर सतेंद्र व उनके भाई ओमेंद्र, एटा के थाना बागवाला क्षेत्र के गांव कसौना निवासी चंद्रप्रकाश व एक अज्ञात के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज कराया था।
इसमें कहा कि दो फरवरी की रात आरोपी रंजिश में उनके यहां आए और दरवाजे पर उसे पकड़ लिया। एक सोने चेन व 27 हजार रुपये लूट ले गए। इस मुकदमे को पुलिस ने फर्जी मानते हुए एक्सपंज कर दिया।कोतवाल संजय मिश्रा ने बताया कि लूट का मुकदमा फर्जी लिखाया गया था। इस दौरान घटना बताई गई, उस समय आरोपियों में से किसी की लोकेशन कायमगंज में नहीं मिली।
सिपाही की पत्नी का पहले वाला मुकदमा खारिज हुआ तो उन्हें फंसाने के लिए कोर्ट के आदेश पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया। झूठा मुकदमा लिखाने व पुलिस को गुमराह करने के आरोप में सिपाही की पत्नी के खिलाफ न्यायालय में कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है।