गौरव शुक्ला की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद। जिले की कमान युवा खाकी के हाथों में आते ही नई हलचल देखने को मिली। कार्यभार ग्रहण करने की पहली शाम और रात नगर भ्रमण पर अकेले निकले साहब का जनता से सीधा संवाद और चप्पे-चप्पे पर महीन जानकारी लेने लोगांे को खूब भाया। भोर की पहली किरण के साथ मोटे पेट पुलिसकर्मियों को बड़ी मुसीबत तब दिखी जब साहब परेड लेने लाइन पहुंचे। यहां सलामी के बाद परेड ड्रिल यूपी 112 वाहनांे के निरीक्षण में अधीनस्थों के पसीने छूट गये। साफ निर्देश पारित हुए कि पुलिस एक्शन में दिखे वह कभी भी किसी भी दफ्तर में पहुंच सकते हैं।
बीती रात नवागंतुक पुलिस कप्तान अशोक कुमार मीणा कोतवाली फर्रुखाबाद का निरीक्षण करने के बाद अकेले नगर के चर्चित क्षेत्रों में कदमताल करने निकल पड़े। दोस्ताना अंदाज में उन्हांेने युवाओं के हालचाल लिये। बातचीत के जरिए सीधा संवाद स्थापित करने की जरूरत सर्वोपरि रखी। ऐतिहासिक पण्डा बाग जैसी जगहांे पर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था जांची। ठिठुरन भरी सर्द रात में उन्हांेने यह भी देखा कि कहीं कोई खुले में न सोता मिले। अपने पुलिस कप्तान को अकेले सड़कों पर टहलते देख नगर की आवाम के लोग दंग रह गये। वर्षों बाद ऐसा देखने को मिला जब खाकी के मुखिया आम जनमानस के बीच एक सादगी भरे अंदाज मंें पहुंच रहे हों। सुबह आज रिजर्व पुलिस लाइन में परेड की सलामी के बाद उन्हांेने कैंटीन, बैरक, संचालित मैस के खाने की गुणवत्ता व अन्य शाखाओं का निरीक्षण कर अधीनस्थांे को दिशा-निर्देश जारी किये। फरमान निकाला कि उन्हें अपराध और अपराधी पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए 24 घंटे एलर्ट रहना है। सावधान रहें वह कभी भी कहीं भी पहुंच सकते हैं। यदि लापरवाही मिली तो खैर नहीं होगी। वह लाइन में भेजने में विश्वास नहीं रखते। वह मौके पर ही दण्डित करना भी जानते हैं। पुलिस कप्तान के अकेले निकलने से उन पेटू पुलिसकर्मियों के भी कान खड़े हो गये जो दांये-बांये कर न्योछावर के चक्कर में नगर की यातायात व्यवस्था से लेकर अपराधियों को खुली छूट देते हैं। वहीं सट्टा माफिया और अपराधी वर्ग भी पुलिस कप्तान के इस नये अवतार को देख सकते में है।