अरुण विकाश पाठक की रिपोर्ट
कमालगंज/फर्रुखाबाद। सवाल यह है कि नागरिकों के जीवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी क्या सरकार और पुलिस पर ही है जब स्वयं नागरिक अपने जीवन को बचाने के लिए गैर जिम्मेदाराना हरकतें करते दिखाई देते हैं। एक मोटइसाइकिल पर आठ सवारियां और साथ में सामान लादकर अपने गंतव्य की ओर जाता हुआ यात्री क्या इस बात का सबूत नहीं है कि सरकार की ओर से चलाया जा रहा चेकिंग अभियान टांय-टांय फिस्स हो चुका है। सिर्फ पैसा वसूली के लिए खाकी पहनकर जनता की रखवाली का दावा करने वाले आखिर कहां चले गये जब कई किमी तक यह टैंपोनुमा मोटरसाइकिल यात्रा करती रही। इस सवाल का जबाव पुलिस विभाग के कनिष्ठ या वरिष्ठ अधिकारी दे पायेंगे। यह सवालिया निशानों से घिरा हुआ है।
थाना कमालगंज के अन्तर्गत आने वाले नारायणपुर गढ़िया जहानगंज-कमालगंज मार्ग पर अपनी टैंपोनुमा मोटरसाइकिल पर सपरिवार यात्रा करते यात्री को जब हमारे संवाददाता ने देखा तो उसका अखबारी दिमाग आखिरकार सक्रिय हो उठा और एक सजीव छायाचित्र के जरिए पुलिस विभाग की इस कमजोरी को उसने चित्रित कर ही दिया।