रिपोटर-अरुण विकास पाठक
फर्रुखाबाद। डिग्गीताल में बिना नक्शा पास कराए हो रही नींव काम रुकवाने पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट का एक अधिवक्ता से विवाद हो गया। अधिवक्ता ने सिटी मजिस्ट्रेट पर गंभीर आरोप लगाए। मौके की नजाकत देख सिटी मजिस्ट्रेट चले गए। इस जमीन पर एक भाजपा नेता और पड़ोस के ही बड़े व्यापारी की नजर है। इससे जमीन का कई साल पहले बैनामा करवा चुके खरीदार परेशान घूम रहे हैं।
डिग्गीताल में जमीन की बिक्री और खरीद के बाद अब निर्माण में लोगों को काफी दिक्कतें आ रही हैं। मोहल्ला गढ़ी अब्दुल मजीद निवासी राजीव कुमार ने डीएम से सोमवार को बिना नक्शा पास कराए निर्माण शुरू होने की शिकायत की। डीएम के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य, अतिरिक्त एसडीएम सुनील कुमार यादव और ईओ रविंद्र कुमार मौके पर पहुंचे।राजीव कुमार के अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह ने बातचीत की, मगर सिटी मजिस्ट्रेट ने उन्हें खास तरजीह नहीं दी। इस पर लक्ष्मण सिंह बिफर गए। उनके साथ अन्य अधिवक्ता भी थे। बात इतनी ज्यादा बढ़ी कि अधिवक्ता ने सिटी मजिस्ट्रेट पर गंभीर आरोप लगा दिए। मौके की नजाकत देख तीनों अधिकारी मौके से चले गए। हालांकि जाने से पहले नींव भर रहे लोगों को सिटी मजिस्ट्रेट ने बिना नक्शा पास कराए कोई भी निर्माण कार्य न करने की चेतावनी दी।
सभी मकानों के नक्शा की कॉपी करें एकत्रित
सिटी मजिस्ट्रेट ने जाते वक्त आईटीआई चौकी प्रभारी राजीव कुमार को निर्देश दिए कि वे जेई को भेजेंगे। उनके साथ सभी मकानों के नक्शा एकत्र करके सूची बनाएं। उसके बाद उनके कार्यालय में भेजें।
प्रापर्टी डीलर के कर्मचारी को भिजवाया चौकी
डिग्गी ताल पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट की नजर प्रापर्टी डीलर की ओर से बनाई गए कमरे पर पड़ी। उन्होंने सुरक्षा कर्मियों से वहां बैठे कर्मचारी रतनपुर के युवक को बुलाया। उससे पूछताछ कर प्रापर्टी डीलर को बुलाने के लिए कहा। जब वह नहीं बुला पाया, तो चौकी प्रभारी से उसी कर्मचारी को चौकी पर भिजवा दिया।फूट-फूट कर रोए दंपति
फर्रुखाबाद। रोडवेज में संविदा परिचालक स्वदेश कुमार गढ़ी अशरफ अली खां मोहल्ले में किराए पर रहते हैं। उन्होंने जमापूंजी से डिग्गी ताल में एक प्लाट अपनी पत्नी गुड़िया मिश्रा के नाम खरीदा था। उन्होंने बताया कि प्लाट में 40 ट्राली मिट्टी भी डलवा दी। अब एक भाजपा नेता और बड़े व्यापारी उस जमीन को दबंगई के बल पर कब्जाना चाहते हैं।
नींव भी नहीं भरने दी। बताते-बताते दंपति फूट-फूट कर रोने लगे। गुड़िया ने बताया कि प्लाट खरीदने में उसके जेवर भी बिक गए। यदि प्लाट भी चला गया, तो बर्बाद हो जाएंगे। इस पर वहां मौजूद कई अन्य पीड़ित प्लाट वालों ने उन्हें ढांढस बंधाया। कहा कि हम सब डीएम के यहां जाएंगे।
‘डिग्गी ताल ही नहीं, जहां भी बिना नक्शा पास कराए निर्माण की शिकायत मिलती है, वह काम रुकवा देते हैं। डिग्गीताल में भी अब बिना नक्शा पास कराए निर्माण नहीं हो सकता। अधिवक्ता जो आरोप लगा रहे हैं, वह बिल्कुल निराधार है।’
– अशोक कुमार मौर्य, सिटी मजिस्ट्रेट