गौरव शुक्ला की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद। भाजपा सरकार को बदनाम करने की सपाईयों की साजिशें अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रहीं। जिले के वरिष्ठ नेता और साफ-सुथरी छवि के विधायक सुशील शाक्य के बहाने अब दबंगों ने नया शिगूफा छेड़ा है।
उनकी बुजुर्ग 68 वर्षीय अक्सर बीमार रहने वाली पत्नी श्रीमती उषा शाक्य द्वारा शराबी ट्रक ड्राइवर के घर रात के अंधेरे में चढ़ाई कर मार-पीट और लूटपाट का हास्यास्पद आरोप लगवाकर न्यायालय पर दबाव बनाकर मुकदमा दर्ज कराने का आदेश कराया गया है। जिसमें यूथ इण्डिया दैनिक समाचार पत्र के प्रधान संपादक शरद कटियार और उनकी बुजुर्ग मां को भी अभियुक्त बनाया गया है। यह सोची-समझी रणनीति किसी और की नहीं जनपद के चर्चित दबंग और भूमाफिया वकील संजीव पारिया और उसके पुलिस के दलाल साथी अवधेश मिश्रा का खेल है।
शातिर और चालाक वकील अवधेश मिश्रा व पत्नीहंता सपा नेता उमेश यादव झपका ने इस बार शरद कटियार के विरू( नये गुर्गे के रूप में शराबी और झगड़ालू प्रवृत्ति के ट्रक ड्राइवर युवक भोपतपट्टी श्याम नगर निवासी सत्यनारायण पुत्र रामचन्द्र तराशा है। जिसने 19 जून 2020 और उसके बाद अपने शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि उपरोक्त लोगांे ने रात में उसके घर चढ़ाई कर जान-माल की धमकी दी। उसके रुपये लूट लिये। सीजीएम न्यायालय में इस बाबत दो बार बहस हुई। वकील संजीव पारिया ने अपने पद का हवाला देकर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश को पारित कराने में सफलता पा ली। जिसमें आरोप है कि उपरोक्त लोगांे ने तालाब की सरकारी जमीन को खुर्दबुर्द किया।