ब्यूरो चीफ राम कैलाश पटेल की रिपोर्ट
बड़ी खबर जनपद अमेठी के ब्लॉक भादर के अंतर्गत थाना पीपरपुर क्षेत्र के ग्राम सभा दुर्गापुर का है और आपको बताते चलें कि देश की सरहद पर अमेठी का लाल BSF का जवान दिनेश कुमार कसौधन हुए शहीद और जैसे ही यह बात उनके गांव दुर्गापुर में पता चला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गया और गांव वालों में मातम का सन्नाटा छा गया और लोगों के आंखे नम हो गई तो वही पर घरवालों का कहना था कि 2010 में हुई थी सेना में जॉइनिंग और साथ में दिनेश के बड़े भाई ने यह भी बताया कि 2013 में रायबरेली के बछरावा में उसकी शादी हुई थी पत्नी महिला हेल्प डेस्क 1090 पर हेड ऑफिस लखनऊ में कार्यरत हैं और शहीद ने अपने पीछे दो बच्चे बेटी परी जिसकी उम्र 7 वर्ष और बेटा आदी जिसका उम्र 4 वर्ष को छोड़ गए और आखरी बार इसके पहले रक्षाबंधन पर आए थे और एक सितंबर को ड्यूटी पर वापस गए थे और शहीद जवान के पिता स्व: अजय कुमार उर्फ बुद्धू का निधन 2018 में हो गया था और 12 दिन पहले ज्वाइन की थी ड्यूटी और जम्मू में थे तैनात बीएसएफ दिनेश कुमार कसौधन की उम्र लगभग 32 वर्ष थी और वे 27वी बटालियन में तंगधार सेना में हवलदार के पद पर जम्मू में तैनात थे और एलओसी पर ड्यूटी देते समय एकाएक शहीद दिनेश कुमार कसौधन सरहद पर लगे इलेक्ट्रॉनिक लाइन की चपेट में आ गए
और इलेक्ट्रिक शॉक्ड लगते ही जवान दिनेश कुमार कसौधन ने कहा लाइट बंद करो लाइट बंद करो करके के चिल्लाने लगे और उनकी यह आवाज सुनकर अन्य जवान भी लाइट बंद करने के लिए बोले लेकिन तब तक करंट ने उन्हें अपनी तरफ खींच लिया था और वो दीवार पर लटके हुए थे बाद में फिर उनके शर्ट पकड़ कर नीचे खींचा गया और जवान दिनेश को अचेत अवस्था में तुरंत ही उन्हें यूनिट एमआई रूम में ले जाया गया और प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत उन्हें सिविल अस्पताल तंगधार ले जाया गया और सिविल अस्पताल में डॉक्टर ने लगभग 13:50 उन्हें मृत घोषित कर दिया और शहीद बीएसएफ जवान दिनेश कुमार कसौधन का पार्थिव शरीर बुधवार देर शाम लखनऊ से उनके पैतृक गांव के लिए रवाना हो गया है तो वहीं सेना के अधिकारी अपने जवानो के साथ शहीद का पार्थिव शरीर को लेकर उनके घर पहुंच गए तो वही अमेठी के सीओ अर्पित कपूर के अनुसार गुरुवार सुबह शहीद के घर से पीछे ठीक 100 मीटर की दूरी पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित किया जाएगा।