मोहन द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया जनपद के सलेमपुर तहसील अन्तर्गत जी.एम.एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (10+2) में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण, पुष्प अर्पण, एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात विद्यालय के उपप्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की जीवनी पर विधिवत प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों पर चलने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे, जो युवाओं के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत हैं। अंग्रेजी प्रवक्ता सुकेश कुमार मिश्र ने कहा कि विवेकानंद जी युग पुरुष थे, जिनके जीवन का हर कार्य क्षण हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। विद्यालय की प्रधानाचार्या डाॅ. संभावना मिश्रा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का मानना था कि जो भी करो पूरी शिद्दत से करो नहीं तो नहीं करो । वे खुद भी जो भी काम करते थे पूरी कर्तव्यनिष्ठा से करते थे और अपना पूरा ध्यान उसी काम में लगाते थे शायद इसी गुण ने उन्हें महान बनाया।
विद्यालय के प्रबंधक श्री प्रकाश मिश्र ने स्वामी विवेकानंद के विचारों का बड़े ही मार्मिक एवं ओजस्वी तरीके से चित्रण करते हुए कहा कि यदि आज की युवा पीढ़ी उनके मार्ग का अनुसरण करे तो वह अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हुए निश्चित ही युगपुरुष बन कर स्वयं का, माता-पिता एवं अपने गुरुजनों का नाम रौशन करेगा, इसमें कोई भी संदेह नहीं है। उस युवा में ईश्वरीय शक्ति सा अहसास होने लग जाएगा। आगे उन्होंने बोर्ड परीक्षा देने वाले सभी बच्चों को अनेकों उदाहरणों के माध्यम से ऊर्जा संचार करने का कार्य किया। श्री मिश्र ने कहा कि कदम चूम लेती है खुद आके मंजिल, मुसाफिर अगर अपनी हिम्मत न हारे। कक्षा दसवीं एवं बारहवीं के सभी उपस्थित बच्चे इस प्रकार के उत्साह वर्द्धक बात सुनकर बड़े प्रसन्न एवं ऊर्जावान नजर आए।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से दिलीप कुमार सिंह, पंकज मिश्रा, रामकेश, सच्चिदानंद पांडेय, अजय मिश्र, अरुण तिवारी, दीपेंद्र मिश्रा, डाॅ त्रिपुरारी मिश्र, बृजेन्द्र तिवारी, सुनील गुप्ता, प्रमोद कुमार, सीमा पांडेय, सोनी चौरसिया, पी.एच.मिश्र, पुरंजय कुशवाहा, अमूल्य रत्न, सत्येंद्र मौर्य, विकास विश्वकर्मा आदि अध्यापक अध्यापिकाओं के अलावा दसवीं एवं बारहवीं कक्षा के सभी छात्र छात्राएं उपस्थित थे।