मृत्युंजय प्रसाद की रिपोर्ट
देवरिया में मदनपुर कांड की फाइल फिर से खंगाली जा रही है। इसमें हुए नुकसान की भरपाई कराने की तैयारी है। पुलिस विभाग की ओर से करीब 68 लाख रुपये के नुकसान का आंकलन किया गया है। यदि पुलिस आरोपियों से नुकसान की भरपाई करा लेती है तो जिले में यह अनूठा मामला हो सकता है।
विज्ञापन मदनपुर गांव के कोटिया मोहल्ला निवासी रहमतुल्लाह 30 दिसंबर 2016 को गायब हो गया था। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश कर रही थी। इसी बीच चार जनवरी 2017 को उसका शव केवटलिया गांव के पास राप्ती नदी के किनारे मिल गया। इससे नाराज मदनपुर गांव के लोगों ने थाना फूंक दिया था।
सीओ रुद्रपुर रहे शीतांशु और थाना प्रभारी रहीं शोभा सिंह सोलंकी को भागकर जान बचानी पड़ी थी। मनबढ़ों ने सीओ, एसओ समेत थाना परिसर में खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। तीन घंटे तक थाना उपद्रवियों के हवाले रहा। उपद्रवियों ने पुलिस की राइफलें लूट लीं तो 13 इंसास राइफल और चुनाव के दौरान जमा किए गए कुछ असलहे लूट लिए गए थे। इंस्पेक्टर शोभा सिंह सोलंकी की तहरीर पर 43 नामजद और एक हजार अज्ञात पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ। पुलिस ने चार रासुका और 10 पर गैंगेस्टर की कार्रवाई की। घटना के कुछ दिन बाद ही कई आरोपी विदेश भाग गए। यह पुलिस की विफलता ही मानी जाएगी। प्रधानपति इमरान खान पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगा था। इस मामले में पुलिस विभाग ने 68 लाख रुपये के नुकसान का आंकलन किया है। इसके बाद यह मामला ठंडा पड़ गया था। एसपी ने इस फाइल को फिर से मांगा है। जिससे कि नुकसान की भरपाई दंगा करने वालों से की जाए। इसके लिए आवश्यक पत्राचार भी करेंगे। एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने बताया कि मदनपुर कांड की फाइल देखी जा रही है। नुकसान की भरपाई और बचे हुए लोगों पर कार्रवाई के साथ ही लूटे गए हथियार को बरामद कराने की कार्रवाई की जाएगी।