मृत्युंजय प्रसाद की रिपोर्ट
देवरिया। आचार्य व्यास मिश्र स्मृति देवरिया महोत्सव समिति द्वारा बाल शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी के शहादत दिवस के 78 वी वर्षगांठ के अवसर पर रामलीला मैदान स्थित शहीद स्मारक पहुचकर पुष्पांजलि और कैंडिल जला करके बाल शहीद और उनके साथियों को याद किया गया। उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए समिति अध्यक्ष पवन कुमार मिश्र ने कहा कि अगस्त 1942 में देश को आजाद कराने के लिए देश में हर व्यक्ति करो या मरो आंदोलन का सहभागी हो गया था। उसी समय देवरिया जनपद के नवतन हथियागढ़ गांव के बाबूलाल प्रजापति के पुत्र रामचन्द्र विद्यार्थी जो बसन्तपुर धुसी कालेज में कक्षा 7 के विद्यार्थी थे, देश प्रेम की भावना से ओत-प्रोत होकर देवरिया के पुराने कलेक्ट्रेट स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के कार्यालय पर साथियो के साथ पहुचकर कार्यालय पर लगे अंग्रेजों के झंडे को उतारकर फेक दिया और तिरंगा फहरा दिया, इस घटना से बौखलाए अंग्रेज डी एम उमराव सिंह ने गोली चलाने का आदेश दे दिया, जिसके कारण रामचन्द्र विद्यार्थी केवल 13 वर्ष की अल्पायु में शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि आज का दिन शहीद रामचन्द्र और उनके साथियों को याद करने का दिन है, युवा पीढ़ी को भारत माता के इन अमर सपूतो के जीवनी से सिख लेना चाहिए। उन्होंने उपस्थित लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सभी से भारत माता की एकता और अखंडता की रक्षा का संकल्प भी दिलाया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समिति की सदस्य श्रीमती सिमा जायसवाल ने कहा कि बाल शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी और उनके साथियो का बलिदान हम सभी के अंदर देशभक्ति की भावना को जागृत करता है, आज इन्ही की कुर्बानियो के बदौलत हम सभी आजाद है। कार्यक्रम में उपस्थित लोगो ने प्रतिमा पर पुष्पांजलि करके शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी और उनके साथियों को याद किया। समिति के सदस्य पूर्व छात्रनेता विजेंदर चौहान ने उपस्थित लोगों के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष पवन कुमार मिश्र, श्रीमती सिमा जायसवाल , ममता शाह, आभा श्रीवास्तव, पूनम वर्मा, रामप्रवेश चौहान, सुशील पाठक, समाजसेवी पूनम चौहान, , प्रिन्स मिश्रा उपस्थित रहे।