पटना
कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर एक बार फिर से चिंता बढ़ती जा रही है। इसी के साथ कोरोना संक्रमण की स्थिति तथा तीसरी लहर के खतरे को ध्यान में रख रोकथाम व इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राज्यस्तरीय कमिटी बनाई है। कमिटी का गठन पटना हाईकोर्ट द्वारा 17 दिसंबर को दिए गए निर्देश के बाद किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार की देर रात इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान छह जिलों में छह नए कोरोना संक्रमित मिले हैं।
छह जिलों में छह नए कोरोना संक्रमित
जिन जिलों में नए संक्रमित पाए गए हैं उनमें गया, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया और रोहतास शामिल हैं। संक्रमण को लेकर प्रदेश में एक लाख 76 हजार 572 नमूनों की जांच की गई। राज्य में कोरोना के 81 सक्रिय संक्रमित रह गए हैं, जबकि कोरोना का रिकवरी रेट 98.32 प्रतिशत बना हुआ है। उधर, टीकाकरण अभियान के तहत राज्य में नौ लाख 17 हजार लोगों को कोरोना का टीका दिया गया।
- कोरोना की स्थिति की मानीटरिंग के लिए बनी राज्यस्तरीय कमिटी
- पटना हाईकोर्ट के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गठित की कमिटी
कमिटी की अध्यक्षता राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह करेंगे। कमिटी में आठ सदस्य हैं। कमिटी का काम कोरोना से जुड़ी गतिविधियों की मानीटरिंग और इलाज की व्यवस्था को बेहतर बनाना होगा। कमिटी में स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल कुमार, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डा. नवीन चंद्र प्रसाद, बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम के मुख्य महाप्रबंधक रजनीकांत, स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव शैलेश कुमार, राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी सुमन प्रसाद साह, उप सचिव राजेश कुमार, निरंजन कुमार तथा राज्य स्वास्थ्य समिति के सहायक निदेशक औषधि मनीष रंजन शामिल हैं। कमिटी गठन की सूचना राज्य के सभी जिलाधिकारी व सिविल सर्जन को भी भेज दी गई है।