रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट-‘आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी’ थीम के साथ विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया गया। इस पखवाड़े में 31 महिलाओं ने परिवार नियोजन का स्थाई साधन का चयन किया। तकरीबन 3000 छाया टेबलेट को महिलाओं ने परिवार नियोजन के लिए अपनाया और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के जरिए दंपतियों को परिवार नियोजन के अस्थायी या स्थायी साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा विनोद कुमार यादव ने दी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सेवा प्रदायगी जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 से 31 जुलाई तक मनाया गया। खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण वालों की स्क्रीनिंग के लिए घर – घर पहुंची आशा कार्यकर्ताओं ने दंपतियों से संपर्क कर उन्हें लगभग 50 हजार कंडोम व लगभग 4000 ओरल पिल्स वितरित की। नसबंदी सहित परिवार नियोजन के अन्य साधन अपनाने के इच्छुक लोगों की लिस्टिंग की, जिन्हें इच्छित सेवाएं सेवा प्रदायगी पखवारे में प्रदान की गईं। स्वास्थ्य इकाइयों पर इच्छुक लाभार्थियों की परिवार नियोजन के विभिन्न गर्भनिरोधक साधनों पर काउंसलिंग की गई। समुदाय में गर्भनिरोधक साधनों के वितरण में सामाजिक और व्यक्तिगत दूरी का पूरी तरह से पालन किया गया। कंडोम और गर्भनिरोधक गोली के अतिरिक्त पैकेट (कम से कम दो महीने की सामग्री) लाथार्थियों को उपलब्ध कराई गई। ताकि कोरोना काल में उन्हें बार बार इसके लिए स्वास्थ्य इकाई पर न आना पड़े। पखवाड़े के दौरान लाभार्थियों को गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा और प्रसव पश्चात आईयूसीडी सेवाओं को अपनाने के लिए विशेष तौर पर प्रेरित किया गया। सेवा प्रदायगी पखवाड़े में परिवार नियोजन काउंसलिंग एवं परिवार नियोजन के बास्केट आफ च्वाइस का स्टाल लगाकर विभिन्न स्थाई और अस्थाई गर्भ निरोधक साधनों की जानकारी व उनके सही उपयोग के बारे में बताया गया। कम आयु में विवाह के दुष्परिणाम, देर से विवाह और विवाह के बाद पहले बच्चे का जन्म देर से और दो बच्चों में अंतराल रखने की आवश्यकता पर बल दिया गया।नियत सेवा दिवस का आयोजन कर इसमें 31 महिलाओं की नसबंदी की गई। लगभग 500 महिलाओं ने आईयूसीडी और 300 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी लगवाई। 200 महिलाओं को अंतरा इंजेक्शन लगाए गए। दस्तक अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भ्रमण के माध्यम से परिवार नियोजन के अस्थाई साधन लगभग 4000 ओरल पिल्स, छाया लगभग 3000 , लगभग 50 हजार कंडोम वितरित किए गए।