रिपोर्ट-संजय सिंह राणा
चित्रकूट-सर्व शिक्षा अभियान के तहत जहां सरकार परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए मुफ्त बैग , किताबें ,जूते स्वेटर आदि सामग्री देने का काम कर रही है वहीं दूसरी ओर सरकारी योजना के तहत आई सामग्री पर विभागीय अधिकारियों की मनमानी खूब देखने को मिल रही है जहां पर किताबों व बच्चों के लिए आए जूतों को कबाड़खाने में फेंक दिया गया है जिससे यह प्रतीत होता है कि जरूरतमंदों को जूते व किताबों की सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई है l
ऐसा ही एक मामला सामने आया है खण्ड़ शिक्षा अधिकारी कार्यालय मानिकपुर का l
जहां पर खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार गुप्ता की मनमानी के चलते सैकड़ों किताबें कबाड़ में फेंक दी गयी हैं नन्हे मुन्ने नौनिहालों की शिक्षा के लिए आई यह पुस्तकें कबाड़ घर में पड़ी हुई हैं वही दूसरी ओर बच्चों के लिए जूते भी कबाड़ घर में पड़े सड़ रहे हैं l
जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा सरकारी सामग्री का सही तरीके से उपयोग नहीं किया जा रहा है जिसके कारण आई हुई पुस्तके व जूतों को कबाड़ घर में फेंक दिया गया है l
जब इस बारे में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह जी से बात की गई उन्होंने कहा कि आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है कि किताबें व जूते कबाड़ घर में सड़ रहे हैं जिसकी हम प्रमुखता से जांच कराते हुए किताबों व जूतों का ब्योरा लेंगे अगर किताबों व जूतों के वितरण में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी के ऊपर कार्यवाही करने का काम करेंगे l स
बड़ी सोचने वाली बात यह है कि जहां एक तरफ सरकार नौनिहाल बच्चों को शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु हर संभव प्रयास कर रही हैं वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते बच्चों की सुविधा के लिए आई हुई सरकारी सामग्री का दुरुपयोग किया जा रहा है l